सहारनपुर, 09 जनवरी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हिंदू संगठनों ने नागरिक संशोधन विधेयक को लेकर जमीयत उलमा ए हिंद महमूद मदनी गुट के देवबंद में दारूल उलूम क्षेत्र में जेल भरो आंदोलन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
बजरंग दल के प्रदेश अध्यक्ष विकास त्यागी ने गुरूवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे पत्र में मांग की कि जमीयत का महमूद मदनी गुट सामाजिक और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल है। नागरिक संशोधन विधेयक को लेकर अब मुसलमानों को भी यह समझ में आ गया है कि इससे किसी भी भारतीय मुसलमान को कोई नुकसान होने वाला नहीं है। ऐसी हालत में महमूद मदनी भोले-भाले मुसलमानों को बरगलाकर और सुदूर ग्रामीण इलाकों से भाड़े पर लाकर देवबंद में संवेदनशील दारूल उलूम क्षेत्र मे लगातार प्रदर्शन और जेल भरो आंदोलन चला रहे हैं, जिसे हिंदू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होने कहा कि जमीयत नेताओं के आय की स्रोतों की जांच कराई जाए। ये धर्म के नाम पर चंदा वसूल कर देश विरोधी कार्यों में संलिप्त होकर देश को संवेदनशील क्षेत्र बनाने में लगे हैं।
त्यागी ने कहा कि देवबंद में 15 हजार मदरसा छात्रों को यह समझ में आ गया है कि सीएए और एनआरसी का देश के मुसलमानों से कुछ लेना-देना नहीं है और वे सभी आंदोलनों से दूरी बनाए है। इस पर महमूद मदनी बच्चों से घिनौनी हरकतें कर रहे हैं, जिसे प्रशासन को ऐसी अनुमति नहीं देनी चाहिए।
हिंदू जागरण मंच के नेता सुरेंद्र पाल सिंह एडवोकेट ने भी जमीयत पर प्रतिबंध लगाने और उसके आंदोलनरत नेताओं पर रासुका लगाने की मांग की।
हिंदू संगठनों ने की जमीयत पर प्रतिबंध की मांग