आयुष्मान भारत योजना : असत्यापित परिवारों का होगा सत्यापन

नोएडा। जिलें में आयुष्मान भारत योजना के तहत सर्वेक्षण अभियान चलाकर असत्यापित परिवारों का सत्यापन किया जाएगा। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अनुराग भार्गव ने दी। डा. भार्गव ने बताया सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना  2011 के आंकड़ों के अनुसार आयुष्मान भारत योजना का लाभ लोगों को दिया जा रहा है। शासन के आदेश पर लाभार्थियों की सूची के हिसाब से सर्वे कर असत्यापित परिवारों के सत्यापन का काम जनवरी माह में पूरा किया जाना है। इस काम में आशा कार्यकर्ताओं को लगाया जाएगा।
योजना के डिस्ट्रिक्ट को-ओर्डिनेटर डा. अजय ने बताया सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 के आंकड़ों के हिसाब से आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों की सूची बनायी गयी है। पिछले वर्षों में हुई सर्वे में बहुत से ऐसे परिवार हैं जिनका किन्हीं कारणों से सत्यापन नहीं हो पाया था। शासन के आदेश पर जनवरी 2020 में इनके सत्यापन का कार्य किया जाना है। इसके लिए विभाग माइक्रो प्लान बना रहा है। उन्होंने बताया इस कार्य के लिए डाटा/परफॉर्मा प्रिंट कराया जा रहा है। 10 जनवरी तक यह परफॉर्मा आशा कार्यकर्ताओं को दे दिया जाएगा। सर्वे और सत्यापन का काम 25 जनवरी तक चलेगा। 31 जनवरी तक हर हाल में ब्योरा मुख्यालय लखनऊ भेज दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सर्वे में किसी भी तरह से योजना में नये नाम नहीं जुड़ेंगे। इसमें वहीं नाम रहेंगे जो सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 के आंकड़ों के हिसाब से पहले से सूची में दर्ज हैं। अब केवल उन परिवारों का सत्यापन किया जा रहा है जो योजना की सूची में तो हैं पर औपचारिकता पूरी न होने के कारण लाभ से वंचित हैं। सत्यापन के बाद उनकी सभी औपचारिकताएं पूरी होने पर उन्हें योजना का लाभ मिलने लगेगा।                    
अस्पतालों में मरीज की पर्ची पर भी होगा लाभार्थी के नाम का अंकन
डा. अजय ने बताया योजना के तहत सभी अस्पतालों में बनने वाली मरीज की पर्ची में एक कालम होगाए जिसमें लिखा होगा कि मरीज आयुष्मान भारत योजना का लाभार्थी है या नहीं। यही वह लाभार्थी होगा तो उसे इलाज में प्राथमिकता दी जाएगी।
गोल्डन कार्ड बनाने में जिला 16वें नम्बर पर
शासन की ओर से तय की गयी रैंकिंग में हापुड़ का पहला नंबर है। जनपद गौतमबुद्ध नगर 16वें नंबर है। यह रैंकिंग जनसंख्या और योजना में लाभार्थियों की लिस्ट के सापेक्ष बनाए गये गोल्डन कार्ड के हिसाब से दी जाती है। इसी तरह मरीजों का इलाज किये जाने के मामले में गौतमबुद्धनगर 14वें स्थान पर है। वहीं जिले के फैलिक्स अस्पताल को इस वर्ष योजना का गोल्डन सर्टिफिकेट मिल चुका है। योजना के डिस्ट्रिक्ट को-ओर्डिनेटर ने बताया योजना शुरू होने से अब तक जनपद में 27000 गोल्डन बन चुके हैं। वहीं 4723 लोगों का पंजीकरण किया जा चुका हे। 4578 लाभार्थियों का इलाज कराया जा चुका है।
दो और नये अस्पताल योजना से जुड़े
योजना से दो नये अस्पताल और जुड़ गये हैं। अभी हाल ही में नोएडा सेक्टर 35 स्थित सुमित्रा अस्पताल और ग्रेटर नोएडा के कुमार अस्पताल को योजना से जोड़ा गया है। अब 6 सरकारी अस्पतालों सहित इस योजना में 34 अस्पताल पंजीकृत हो गये हैं।