बाल शौर्य दिवस पर हुआ विचार गोष्ठी का आयोजन


राष्ट्रीय पहल संवाददाता
गुरुग्राम। गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों ने बाल्यावस्था में ही देश व
धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया था और देश पर किसी
भी तरह की कोई आंच न आने दी। यह ऋण देशवासी कभी नहीं उतार पाएंगे। उक्त
विचार मेजर जनरल जीडी बख्शी ने सोहना चौक स्थित एसएन सिद्धेश्वर स्कूल
परिसर में सामाजिक संस्थाओं द्वारा बाल शौर्य दिवस के अवसर पर आयोजित
विचार गोष्ठी में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि किसी भी जंग को लडक़र जीता
जा सकता है, न कि बयानबाजी से। वर्तमान पीढ़ी सोशल देशभक्त तो है, पर कुछ
हटकर।  हमें अपनी भूमिका का निर्धारण स्वयं करना होगा। उन्होंने कहा कि
केंद्र सरकार ने देशहित के लिए कुछ अहम निर्णय लिए हैं और कुछ लेने वाले
हैं, जो अपने आपमें अतुलनीय कदम है। जो लोग नागरिक संशोधन कानून का विरोध
कर रहे हैं, उन्हें कानून के बारे में कुछ भी पता नहीं है और न ही वे देश
को एक देश एक संविधान के रूप में देखना चाहते हैं। एसएस गिल तथा राम
अवतार गर्ग ने कहा कि यह देश उन शहीदों का कर्जदार है, जिन्होंने अपना
बलिदान देकर देश को आजादी दिलाई है। भारत स्पोर्टस एकेडमी की छात्राओं ने
आत्मरक्षा के गुरों का प्रदर्शन भी किया। आयोजन में हरियाणा गौरव
प्रख्यात कवि सुनील शर्मा ने अपनी प्रस्तुतियो से वातावरण में नया जोश भर
दिया। कार्यक्रम में शिक्षाविद् अशोक दिवाकर, हरियाणा कला परिषद के पूर्व
निदेशक अजय सिंघल, पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचंद गहलोत, महावीर भारद्वाज,
शम्मी अहलावत, जतनबीर सिंह राघव आदि शामिल हुए। आयोजन को सफल बनाने में
संस्था के राजीव मित्तल, विक्रम चौहान, चेतन शर्मा, गगनदीप चौहान,
नरेन्द्र चौहान, शरद सिंह सौलंकी, सत्यप्रताप, रामबहादुर सिंह, वेद सैनी,
यशवंत शेखावत, अशोक तंवर, रतनलाल रोहिल्ला, ओमबीर शर्मा आदि का सहयोग
रहा।