चाय के बगानों के लिए मशहूर है भारत का स्कॉटलैंड कहा जाने वाला कूर्ग


शोर-शराबे से दूर कुदरत के करीब सुकून भरे पल बिताना चाहते हैं, तो कूर्ग आपके लिए बेस्ट डेस्टिनेशन है। कर्नाटक के इस छोटे से हिल स्टेशन की आबादी बहुत कम है। नेचुरल वॉटर फॉल्स, कॉफी और चाय के बागान और चारों तरफ फैली हरियाली इसे पर्यटकों का पसंदीदा पर्यटन स्थल बनाते हैं।



कूर्ग कर्नाटक के दक्षिण पश्चिम भाग में पश्चिमी घाट के पास एक पहाड़ पर स्थित जिला है। प्राकृतिक सुंदरता की वजह से इस छोटे से हिल स्टेशन को भारत का स्कॉटलैंड और कर्नाटक का कश्मीर कहा जाता है। यहां प्राकृतिक सुंदरता निहारने के साथ ही आप आउटडोर एक्टिविटीज जैसे ट्रैकिंग, फिशिंग और वाइट वॉटर राफ्टिंग का भी मजा ले सकते हैं। तो अगली बार यदि आप कूर्ग जाने का प्लान बना रहे हैं, तो इन जगहों की सैर अवश्य करें।


नामदरोलिंग मठ

इस खूबसूरत तिब्बती मठ में आपको तिब्बती संस्कृति के साथ ही बुद्ध के जीवन की झलक दिखेगी। मठ की बनावट अंदर से बेहद सुंदर है और यह कूर्ग के सबसे आकर्षक स्थानों में से एक है।

 

अब्बे फॉल्स

अब्बे का मतलब है झरना। कॉफी बागानों की बीच स्थित यह झरना बहुत ही सुंदर है। इसके आस-पास और भी कई पर्यटन स्थल है, इसलिए यहां हमेशा सैलानियों की भीड़ लगी रहती है।

 

नागरहोले राष्ट्रीय उद्यान

नागौरोले राष्ट्रीय उद्यान देश के सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यहां कई तरह की वनस्पति और जीव हैं। जानवरों और पक्षियों की 270 से भी अधिक प्रजातियां यहां है।

 

बारपोल नदी में राफ्टिंग

बारपोल नदी में आप व्हाइट वॉटर राफ्टिंग का मज़ा ले सकते हैं। रोमांच के शौकीनों के लिए यह बेहतरीन जगह है। नदी का सफेद पानी और आसपास के सुंदर नज़ारे इसे कुर्ग के खूबसूरत स्थलों में से एक बनाते हैं।


तडियामंडल पीक

कूर्ग का सबसे ऊचा पर्वत शिखर, तडियामंडल, 1748 मीटर की ऊंचाई पर है। पहाड़ की चोटी से देखने पर कुदरत का शानदार नज़ारा दिखता है।

 

इरुपू फॉल्स

मीठे पानी का यह झरना ब्रह्मगिरी पर्वत श्रृंखला में स्थित है। मॉनसून के समय यहां की खूबसूरती और निखर जाती है।

 

ओमकारेश्वर मंदिर

भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर का निर्माण 1820 में लिंगाराजेंद्र ने करवाया था।  मंदरि में एक सुंदरपानी का टैंक है जिसमें ढेर सारी मछलियां हैं।

 

निलाकंडी फॉल्स

घने जंगलों के बीच स्थित यह झरना आपको कुदरत के करीब आने का एहसास दिलाता है। मीठे पानी के यह झरना सैलानियों की पसंदीदा जगहों में से एक है, क्योंकि यहा हरियाली के साथ ही कुदरती आवाज़े भी सुनने को मिलती हैं।


ब्रह्मगिरी ट्रेक

यह ट्रेक ब्रह्मगिरी वन्यजीव अभयारण्य के अंदर है। यहां आने के लिए आपको जंगल, ग्रीनलैंड्स और नदियों को पार करना होता है। इसके चारों ओर इरुपू जल, भगवान विष्णु का थिरुनलेलाय मंदिर और पक्कीपाठलम की गुफा हैं। यह जगह रहस्य और रोमांच से भरपूर है।

 

कूर्ग की सुंदरता का आनंद लेना है तो अक्टूबर से मई का समय यहां घूमने के लिए बेस्ट है।