नयी दिल्ली। दिल्ली के किराड़ी इलाके में तीन मंजिला आवासीय सह वाणिज्यिक इमारत में सोमवार को भीषण आग लगने से तीन बच्चों समेत कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई। दिल्ली अग्निशमन सेवा विभाग (डीएफएस) ने बताया कि रविवार देर रात 12 बज कर 30 मिनट पर एक घर में आग लगने की सूचना मिलने के बाद दमकल की आठ गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। इमारत के भूतल में कपड़ों का एक गोदाम था और अन्य तीन मंजिलों पर लोग रहते थे। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि तड़के तीन बजकर 50 मिनट पर आग पर काबू पाया जा सका।
उल्लेखनीय है कि इस घटना से कुछ ही दिन पहले उत्तरी दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में आठ दिसंबर को चार मंजिला इमारत में आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई थी। इस इमारत में अवैध निर्माण इकाइयां थीं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि किराड़ी वाली घटना में तीन लोगों को बचा लिया गया जिनकी पहचान पूजा (24) और उसकी बेटियों आराध्या (तीन) और सौम्या (10) के रूप में की गई है। आग से बचने के लिए ये तीनों बगल की इमारत मेंकूद गए थे।
उल्लेखनीय है कि इस घटना से कुछ ही दिन पहले उत्तरी दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में आठ दिसंबर को चार मंजिला इमारत में आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई थी। इस इमारत में अवैध निर्माण इकाइयां थीं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि किराड़ी वाली घटना में तीन लोगों को बचा लिया गया जिनकी पहचान पूजा (24) और उसकी बेटियों आराध्या (तीन) और सौम्या (10) के रूप में की गई है। आग से बचने के लिए ये तीनों बगल की इमारत मेंकूद गए थे।
रामचंद्र झा ने भूतल विजय सिंह कटारा को किराए पर दिया हुआ था जिसका दावा है कि आग में करीब 20 लाख रुपये की कीमत के कपड़े खाक हो गए। अधिकारियों ने बताया कि गुड्डन राम चंद्र झा के एक बेटे की सास थी और उदय चौधरी किराएदार था।
घटना के समय पूजा का पति और रामचंद्र झा का बेटा अमरनाथ झा अपने भाई के मौत के बाद कुछ रिवाज पूरे करने के सिलसिले में हरिद्वार में थे। अधिकारियों ने बताया कि आगे की जांच जारी है।