‘नागरिकता’ की आग के बीच अमन की पहल,मुस्लिम धर्मगुरुओं से मिले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष

 


नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन का दौर जारी है। बिहार में आज राष्ट्रीय जनता दल ने बंद का आह्वान किया है और प्रदर्शनकारियों द्वारा जगह-जगह ट्रेनें रोकी जा रही हैं। वहीं बीते दिनों उत्तर प्रदेश में भी इस कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले थे। गाजियाबाद में पुलिस ने हंगामा करने के आरोप में 3600 लोगों पर केस दर्ज किया वहीं लखनऊ में 218 लोग जेल भेजे गए हैं। प्रदेश में तनावपूर्ण हालात के मद्देनजर यूपी सरकार की तरफ से शांति बहाल करने की कवायद भी जारी है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात कर शांति की अपील की है। सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद, शायर और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने प्रदेश अध्यक्ष से उनके आवास पर मुलाकात की। प्रदेश अध्यक्ष ने उनसे नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के बारे में बात की। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष केवल भ्रामक तथ्यों के आधार पर देश में अशांति और अराजकता का षड़यंत्र रच रहा है। उन्होंने मुस्लिम धर्मगुरुओं से कहा कि वे मुस्लिम समुदाय के बीच जाकर जनजागरण करें और वास्तवकिता से अवगत कराएं कि इस कानून से उनके हितों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। 


जिसके बाद स्वतंत्र देव सिंह ने ट्वीट कर कहा कि देश भर से आए मुस्लिम वर्ग के  प्रमुख धर्मगुरुओं, सूफ़ी संतो एवं प्रबुद्ध जनों के साथ लखनऊ में भेंट कर एनआरसी, सीएए जैसे अहम मुद्दों को लेकर समाज में फैलाए जा रहे भय, अराजकता और अशांति के वातावरण को लेकर सार्थक चर्चा की। इस बैठक में प्रमुख शिया धर्मगुरू मौलाना कल्बे जवाद साहब,वरिष्ठ शिया धर्मगुरु  मौलाना रज़ा हुसैन साहब, मौलाना मोहिउद्दीन अशरफ़, मख़दूम अशरफ़, राष्ट्रीय शिया सूफी संघ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सय्यद हसनैन बकाई उपस्थित रहे |


बता दें कि नागरिकता कानून और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ उत्तर प्रदेश में गोरखपुर से लेकर बुलंदशहर तक कई शहरों में प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हुई। इस हिंसा में 11 लोगों की  मौत हुई जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए।