नगर निगम की डेढ़ एकड़ भूमि पर कालोनी काटे जाने के मामले में अधिकारियों को करना पड़ा कब्जा करने वाले लोगों के विरोध का सामना


राष्ट्रीय पहल संवाददाता
गुरुग्राम। गांव मुल्लाहेड़ा में शमशान घाट के पीछे स्थित नगर निगम
गुरूग्राम की लगभग डेढ़ एकड़ बेशकीमती भूमि पर अवैध रूप से काटी जा रही
कॉलोनी पर कार्रवाई करने पहुंचे नगर निगम के अधिकारियों को विरोध का
सामना करना पड़ा। स्थिति यहां तक रही कि कब्जा करने वालों ने अधिकारियों
को न केवल धमकी दी, बल्कि उनके खिलाफ थाने में भी शिकायत दर्ज करवा दी।
इस घटना के बारे में वार्ड-3 के पार्षद रविन्द्र यादव सहित अन्य निगम
पार्षदों ने मेयर को अवगत करवाया तथा मेयर ने निगम पार्षदों के साथ मौके
पर जाकर मामले में बीच-बचाव किया। अब निगम अधिकारियों की तरफ से अवैध
कब्जा करने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई है। निगम पार्षद
रविन्द्र यादव के अनुसार गांव मुल्लाहेड़ा में शमशान घाट के पीछे लगभग
डेढ़ एकड़ सरकारी भूमि है। यह भूमि किसी दोहलीदार द्वारा एक पोल्ट्री
फार्म को पट्टे पर दी गई थी। जिला उपायुक्त ने पिछले माह इस जमीन का
पट्टा खारिज कर दिया था तथा नगर निगम गुरूग्राम के नाम मुटेशन हो गई थी।
नगर निगम अधिकारियों को कहा गया था कि वे मौके पर जाकर तार फैंसिंग के
माध्यम से जमीन को कब्जे में लें। निगम अधिकारी जब मंगलवार को तार
फैंसिंग करने पहुंचे तो मौके पर पाया कि उक्त जमीन पर अवैध रूप से कॉलोनी
काटी जा रही है। कब्जा धारकों ने निगम की कार्रवाई का विरोध किया तथा
निगम अधिकारियों के नाम ही थाने में शिकायत कर दी। मामला थाने में
पहुंचने पर आधा दर्जन से अधिक निगम पार्षदों ने मेयर मधु आजाद को पूर
मामले से अवगत करवाया तथा मेयर से अनुरोध कर उनको मौका मुआयना करवाया
गया। मेयर के साथ निगम पार्षद रविन्द्र यादव, राकेश, विरेन्द्रराज, दिनेश
सैनी, संजय प्रधान, पूर्व सरपंच अनिल यादव, पूर्व निगम पार्षद गजेसिंह
कबलाना, नीरज, कार्यकारी अभियंता विशाल गर्ग एवं अन्य निगम अधिकारी मौके
पर गए। ज्ञात हो कि कुछ दिन पूर्व भी डिवीजन-3 और 4 में भी मेयर ने अवैध
निर्माणों का निरीक्षण किया था।