पंजीकरण फार्म में मोबाइल नंबर जरूर दर्ज करें लाभार्थी

नोएडा, 23 दिसम्बर 2019। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभार्थी पंजीकरण फार्म में अपना मोबाइल नंबर जरूर दर्ज करें। इससे उनको योजना के तहत मिलने वाले लाभ में यदि कोई परेशानी आती है तो विभाग उनसे संपर्क कर उसका समाधान आसानी से कर सकता है। पिछले दिनों कुछ बैंकों के विलय होने से उनके आईएफएस कोड (इंडियन फाइनेंसियल सिस्टम कोड/आईएफएससी) बदल गये हैं, इस वजह से योजना की राशि ट्रांसफर करने में दिक्कत आ रही है। यह जानकारी योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक पारस गुप्ता ने दी।


योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक ने बताया प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के पंजीकरण फार्म आम तौर पर लोग आशा और एएनएम के माध्यम से भरवाते हैं। फार्म पर चूंकि मोबाइल नंबर डालना वैकल्पिक (ऑफ्शनल) होता है इसलिए लोग इसे नहीं भरते हैं। कुछ दिनों पहले कुछ बैंकों के आपस में विलय होने से उनके आईएफएस कोड बदल गये हैं, इस वजह से लाभार्थियों की किस्त बैंक खातों में पहुंचाने में दिक्कत आ रही है। यदि पंजीकरण के समय लाभार्थी मोबाइल नंबर दर्ज कर दें तो उन्हें किस्तों की सूचना समय-समय पर मिलती रहेगी, वह अपना स्टेटस भी जान सकेंगे। उन्होंने कहा हालांकि विभाग ऐसे लोगों, जिन्होंने मोबाइल नंबर नहीं दिया है उनसे आशा और एएनएम के माध्यम से संपर्क करने का प्रयास कर रहा है।


प्रदेश में दूसरा स्थान रहा नोएडा का


इसी माह 2 से 10 दिसम्बर तक प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना के लिए चलाए गये अभियान में 94.66 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर नोएडा ने प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। श्री गुप्ता ने बताया जनवरी 2017 से दिसम्बर 2018 तक योजना के तहत 6767 फार्म पंजीकृत हुए। जनवरी 2019 से अबतक 15470 पंजीकरण हुए। जबकि योजना के शुरू होने (2017) से अब तक 22237 पंजीकरण हुए। विभाग को 23130 लाभार्थियों का लक्ष्य मिला है। उन्होंने कहा शेष लक्ष्य (893 लाभार्थियों का पंजीकरण) समय पर पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए आशा व एएनएम लगातार प्रयास कर रही हैं। उन्होंने बताया ब्लाक के हिसाब से दादरी का प्रदेश में दूसरा और जिले में पहला स्थान आया है। योजना के शुरुआत से लेकर अबतक दादरी में 4466 पंजीकरण, बिसरख में 4456, दनकौर में 2561, जेवर में 3124 और शहरी क्षेत्र में 7630 पंजीकरण हुए।


प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना के तहत 5000 रूपये की धनराशि प्रथम बार मां बनने वाली महिला को दी जाती है। पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किश्त के रूप में 1000 रूपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर (गर्भावस्था के छह माह बाद) दूसरी किश्त के रूप में 2000 रूपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किश्त के रूप में 2000 रूपये दिए जाते हैं। भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं। इस योजना का लाभ सभी सही पात्र लोगों को मिल सके इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। यह सुविधा अमीर, गरीब व किसी भी जाति बंधन से मुक्त है। केवल महिला सरकारी कर्मचारियों को इस सुविधा का लाभ नहीं दिया जाएगा। यह योजना पूर्णत: निशुल्क है, इसमें किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है।