वकील के साथ मारपीट को लेकर गौतमबुद्धनगर बार एसोसिएशन में जड़ा ताला

नोएडा। गाजियाबाद में पुलिस द्वारा गौतमबुद्धनगरबार एसोसिएशन के सदस्य के साथ मारपीट और मुकदमा दर्ज किया, जिसको लेकर गुरुवार गाजियाबाद में सभी वकीलों ने प्रदर्शन किया था। वही शुक्रवार नोएडा में वकीलों के साथ मारपीट और फर्जी मुकदमा दर्ज के खिलाफ  गौतमबुद्धनगर के सभी वकील हड़ताल पर चले गए, साथ ही उन्होंने चेतावनी दी पुलिस द्वारा केस वापस नहीं लिया गया तो ये हड़ताल 
जारी रहेगी। 
नोएडा में अधिवक्ताओं द्वारा ताला बंद कर कार्य बहिष्कार से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, साथ ही इस मामले में राजस्व को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। वही इस प्रदर्शन की सुचना मिलते ही मौके पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। आपको बता दें कि कचहरी में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता भूपेंद्र त्यागी संजयनगर सेक्टर-23 में परिवार के साथ रहते हैं। बुधवार रात को कुछ लोगों ने उनके घर में घुसकर उनके साथ मारपीट कर दीए जिसके बाद मौके पर आई कविनगर पुलिस ने उनके खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया।
इस मामले को लेकर गुरुवार को वकीलों ने हड़ताल की और एसएसपी से इस मुकदमे को वापस लेने की सिफारिश की। एसएसपी ने अधिवक्ताओं को जांच का आश्वासन दिया, लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं हुई। हड़ताल के कारण करीब पांच हजार केसों में सुनवाई नहीं हो सकी। वही वकीलों की हड़ताल से सीबीआइ की विशेष अदालत में विचाराधीन एनआरएचएम घोटाले के मामले में पूर्व मुख्य सचिव प्रदीप शुक्ला पेश हुए, लेकिन केस की सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 21 जनवरी की तारीख नियत की है। वहीं, निठारी के एक केस में अभियुक्त सुरेंद्र कोली को कड़ी सुरक्षा के बीच डासना जेल से लाकर अदालत में पेश किया गया, लेकिन सुनवाई नहीं होने के कारण अदालत ने 15 जनवरी की तारीख लगाई है। 
वहीं, नोएडा प्राधिकरण घोटाले में मुख्य आरोपित यादव सिंह समेत अन्य अभियुक्त पेश हुए। साथ ही गेल के पूर्व अधिकारी बीएस ओझा अदालत में पेश हुए और दादरी के कंटेनर डिपो में तैनात रहे डिप्टी कमिश्नर शशिकांत पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने एवं रिश्वत लेने के मामले में पेश हुए, अदालत ने सभी केसों में तारीख लगा दी है। नोएडा में प्रदर्शन कर रहे वकीलों ने कहा की गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में पुलिस गुंडे की तरह व्यवहार कर रही है ए जो दोषी है उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जाती है ,जो निर्दोष होते है उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होता है, जिसके खिलाफ आज सभी वकील हड़ताल पर है। अधिवक्ता भूपेंद्र त्यागी को इंसाफ नहीं मिला तो यह हड़ताल गौतमबुद्ध नगर में जारी रहेगी।