अर्थव्यवस्था अब मरहम से नहीं, सख्त कदमों से ही सुधरेगी: कांग्रेस


नयी दिल्ली, 27 जनवरी (वार्ता)। कांग्रेस ने कहा है कि लोगों की आय तथा खरीद क्षमता घटने के साथ ही औद्योगिक उत्पादन, प्रत्यक्ष कर, आयात-निर्यात आदि में गिरावट आने से अर्थव्यवस्था डांवाडोल स्थिति में पहुंच गयी है और सुधार के लिए लीपापोती करने की बजाय अब लम्बी अवधि के वास्ते सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अर्थव्यवस्था की हालत नाजुक हो रही है इसलिए महंगाई तेजी से बढ़ रही है और महंगाई का सीधा संबंध लोगों की आय से होता है। इससे साफ है कि अर्थव्यवस्था बहुत खराब स्थिति में पहुंच चुकी है और इसे पटरी पर लाने के लिए अब अर्थव्यवस्था की कमजोर कड़ी पर लीपापोती या घटतोली करने से काम नहीं चलेगा बल्कि लम्बी अवधि के सुधारवादी कदम उठाने आवश्यक हो गये हैं।
उन्होंने कहा कि सिर्फ महंगाई ही नहीं बढ रही है बल्कि देश का निर्यात तथा आयात भी घट रहा है। खपत में ठहराव आया गया है। मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए निर्यात ही नहीं बढना चाहिए बल्कि आयात का बढना भी जरूरी है। आयात और निर्यात यदि घट रहा है तो साफ है कि अर्थवव्यवस्था कमजोर हो रही है। इसका मतलब है कि देश में उत्पादन घट गया है और लोगों की खरीद की क्षमता गिर गयी है।
प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को देश की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए सभी आर्थिक पहलुओं पर ध्यान देने के साथ ही किसान की आय पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उनका कहना था कि किसान की आय बढे बिना कोई भी अर्थव्यवस्था आगे नहीं जा सकती है। देश में किसान की आय आधी हो चुकी है इसलिए बजट में कृषि तथा किसान की उन्नति के लिए व्यवस्था करना आवश्यक हो गया है।