बस हादसे के शिकार दस यात्रियों के शव मिले,23 घायल

कन्नौज 11 जनवरी  उत्तर प्रदेश में कन्नौज के छिबरामऊ क्षेत्र में शुक्रवार देर रात भिड़ंत के बाद बस में आग लगने से कम से कम दस यात्रियों की मृत्यु हो गयी जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये।
पुलिस महानिरीक्षक (कानपुर परिक्षेत्र) मोहित अग्रवाल ने शनिवार को बताया कि शुरूआती तौर पर आठ से दस यात्रियों के मरने की आशंका है। मृत शरीर बुरी तरह जल चुके है जिनकी शिनाख्त डीएनए टेस्ट से की जायेगी और तभी पता चल सकेगा कि कितने लोग इस हादसे का शिकार हुये हैं।
उन्होने कहा कि बस में 45 यात्री सवार थे जिनमे से 21 लोगों को बचा लिया गया जबकि 12 को नाजुक हालत में तिर्वा मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है और 11 का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। दो यात्री पूरी तरह सुरक्षित बच निकलने में सफल रहे जिन्हे घर भेज दिया गया है। हालांकि अभी भी 18 से 20 यात्री लापता है। यह कहना अभी मुश्किल है कि वे हादसे का शिकार हुये हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि नौ कंकालो को बस से निकाला जा चुका है जबकि एक शव जले हुये ट्रक से मिला है। घायलो में दस बच्चे भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुये शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होने मृतकों के परिजनो को दो-दो लाख रूपये और घायलों को 50-50 हजार रूपये की मदद की घाेषणा की है।
इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने आबकारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री को मौके पर पहुंचकर घायलों तथा पीड़ित परिजनों से मिलने के निर्देश दिए तथा जिलाधिकारी कन्नौज से घटना के सम्बन्ध में रिपोर्ट भी मांगी है।
गौरतलब है कि शुक्रवार रात छिबरामऊ थाना क्षेत्र में घने कोहरे के बीच ट्रक से टक्कर के बाद निजी ट्रैवल्स कंपनी की स्लीपर बस आग का गोला बन गयी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बस में सवार कई यात्रियों ने कूद कर अपनी जान बचायी जबकि कई आग की लपटों में फंस गये। बस गुरसहायगंज स्थित एक निजी ट्रैवल कंपनी की बतायी जा रही है जो जयपुर जा रही थी। रास्ते में छिबरामऊ से भी कई सवारियां बस में सवार हुयी थी। गुरसहायगंज से बस अभी 26 किमी ही चल पाई थी कि छिबरामऊ से पांच किमी आगे जीटी रोड पर कोहरे की वजह से सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गयी।
दमकल की कई गाडियों ने मौके पर पहुंच कर घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू किया हालांकि बस और ट्रक पूरी तरह जल चुके थे। हादसे के कारण जीटी रोड पर लंबा जाम लग गया जो देर रात तक जारी था।