प्रवेश वर्मा के विरोध में लोकसभा से कांग्रेस का बहिर्गमन

नयी दिल्ली, 03 फरवरी (वार्ता)। लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के प्रवेश वर्मा के राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव रखने का कांग्रेस, द्रविड मुन्नेत्र कषगम, वाम दल तथा कुछ अन्य विपक्षी दलों ने आज विरोध किया और उन्हें बोलने नहीं देने का अध्यक्ष ओम बिरला से आग्रह किया लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गयी और उन्होंने सदन से बहिर्गमन कर दिया।
श्री बिरला ने जैसे ही अभिभाषण पर ध्यान्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरु करने को कहा तो विपक्षी दलों ने इस पर आपत्ति की और कहा कि श्री वर्मा ने हाल ही दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान आपत्तिजनक बयान दिया है जिसके कारण चुनाव आयोग ने उनके प्रचार पर रोक लगाने का निर्णय दिया है इसलिए श्री वर्मा को बोलने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
अध्यक्ष ने विपक्ष की आपत्ति पर कड़ा एतराज जताया और कि गलत परंपरा की शुरुआत नहीं करनी चाहिए। सदन से बाहर जो कुछ बोला गया है उसको लेकर सदन में कुछ आपत्ति करना गलत परंपरा है। बाहर की बातों को सदन में नहीं उठाया जाना चाहिए। उन्होंने विपक्ष की आपत्ति को खारिज करते हुए श्री वर्मा को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा जारी रखने को कहा।
सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अध्यक्ष से बार बार कहा कि यह गलत परंपरा नहीं है। श्री वर्मा ने गलत बयानी की है और उनकाे सदन में नहीं बोलना चाहिए। कांग्रेस के अन्य सदस्यों ने अपनी सीटों पर उठकर अध्यक्ष से आग्रह किया कि उनके नेता की बात मानी जानी चाहिए। अध्यक्ष ने उनकी बात नहीं सुनी जिसके विरोध में कांग्रेस के साथ ही द्रमुक के टी आर बालू तथा ए राजा के साथ ही एआईएमआईएम के अरुदुद्दीन आवेसी सहित कई अन्य दलों के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।