4 दिवसीय दिव्य गीता प्रवचन माला का हुआ समापन


राष्ट्रीय पहल संवाददाता
गुरुग्राम। गीता के उपदेशों को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। गीता
एक ऐसा ग्रंथ है, जिसका देश ही नहीं, अपितु विदेशों में भी सम्मान होता
है। गीता का आज भी विशेष स्थान है। उक्त उद्गार सामाजिक संस्था श्रीगीता
साधना सेवा समिति द्वारा श्रीगीता जयंती के उपलक्ष्य में ज्योति पार्क
स्थित श्रीगीता आश्रम में आयोजित 4 दिवसीय दिव्य गीता प्रवचन माला के
समापन पर तपोवन हरिद्वार के गीता ज्ञानेश्वर डा. स्वामी दिव्यानंद महाराज
ने व्यक्त किए। महाराज जी ने गीता प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को
प्रमाण पत्र व पुरुस्कार भी वितरित किए। समिति के प्रबंधक राजेश गाबा ने
बताया कि गीता प्रतियोगिता में हर आयु वर्ग के प्रतिभागी शामिल थे,
जिनमें बच्चों की संख्या सर्वाधिक थी। बच्चों ने गीता से संबंधित
प्रश्रों के बड़े ही बेबाकी से जबाव दिए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में
श्रद्धालु, प्रतिभागी बच्चे व उनके अभिभाव तथा शहर के गणमान्य व्यक्ति भी
बड़ी संख्या में शामिल रहे।