बजट सत्र से पहले सरकार ने की सर्वदलीय बैठक


नयी दिल्ली, 30 जनवरी (वार्ता)। केंद्र सरकार ने संसद के बजट सत्र से पहले बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया जिसमें कांग्रेस समेत सभी प्रमुख दलों के नेताओं ने भाग लिया।
बैठक में संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यसभा में सदन के नेता थावरचंद गहलाेत तथा संसदीय राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल एवं वी. मुरलीधरन भी मौजूद रहे। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी हिस्सा लिया।
सूत्रों के अनुसार बैठक में श्री मोदी ने सभी दलों के नेताओं से संसद की बैठक में सकारात्मक एवं रचनात्मक बहस करने का अनुरोध किया और कहा कि गंभीर विचार विमर्श से सरकार को भविष्य की नीतियां बनाने में मदद मिलती है। सभी दलों के नेताओं ने संसद के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा के कामकाज के संचालन में सहयोग आश्वासन दिया।
राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा और पार्टी के लोकसभा में नेता अधीर रंजन चौधरी ने सर्वदलीय बैठक में भाग लिया। इनके अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सूले, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा, बहुजन समाज पार्टी के सतीश चंद्र मिश्रा और रीतेश पांडे, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान, अन्नाद्रमुक के ए. नवनीत कृष्णन, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के विजय साई रेड्डी और मृगनी भरतराम, तेलंगाना राष्ट्र समिति के के. केशव राव, बीजू जनता दल के प्रसन्ना आचार्य और तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपध्याय भी बैठक में मौजूद थे। बैठक में अन्य पार्टियों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। शिवसेना का कोई प्रतिनिधि बैठक में मौजूद नहीं था।
संसद का बजट सत्र कल राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ आरंभ होगा और आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 पेश किया जाएगा। आम बजट एक फरवरी को पेश होगा।
बजट सत्र के हंगामेदार होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। सरकार को अर्थव्यवस्था की गिरती हालत पर कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है और कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल बेरोजगारी, निविनेश और कृषि की स्थिति को लेकर हमलावर हैं। इसके अलावा देश के कई हिस्सों में नागरिक संशोधन कानून को लेकर भी प्रदर्शन हो रहे हैं।