डीएसपी का मामला एनआईए के हवाले

श्रीनगर 13 जनवरी (वार्ता) श्रीनगर -जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार किये गये पुलिस उपाधीक्षक देविंदर सिंह की गिरफ्तारी का मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपे जाने की संभावना है।
पुलिस के बहुचर्चित अधिकारी देविंदर, जिसने श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हाइजैक विरोधी टीम का नेतृत्व किया था, को दिल्ली जाने के रास्ते में गिरफ्तार किया गया था। उस समय वह हिज्बुल के दो शीर्ष कमांडरों नावीद बाबा और आसिफ के साथ था और उनके पास से हथियार एवं गोला-बारूद के साथ गिरफ्तार किया गया था। नावीद पहले पुलिस कांस्टेबल था।
आधिकारिक सूत्रों ने यूनीवार्ता को बताया कि इस बात का पता लगाने के लिए कि गणतंत्र दिवस से कुछ दिन पहले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दो आतंकवादियों के साथ दिल्ली क्यों जा रहा था इस मामले को आतंकवादी मामलों की जांच करने वाली एजेंसी एनआईए को सौंपा जाएगा।
दिलचस्प तथ्य यह है कि हाल में कश्मीर का दौरा करने वाले अमेरिका के भारत में राजदूत समेत विभिन्न देशों के राजदूतों के 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की अगवानी करने वाले चुनिंदा अधिकारियों में भी वह भी शामिल था। गत सप्ताह जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर इस प्रतिनिधिमंडल का यहां आगमन हुआ था। प्रतिनिधिमंडल संविधान के अनुच्छेद 370 और 35 (ए) के अधिकांश प्रावधानों काे हटाने के बाद राज्य की जमीनी हकीकत का जायजा लेने यहां पहुंचा था।
इस बीच इस घटना के संबंध में पिछले 48 घंटों के दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने कश्मीर घाटी के कई स्थानों पर छापेमारियां कीं। उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और 12 लाख नगद बरामद किये गये हैं।
पुलिस ने इस मामले की जांच को लेकर विस्तार से जानकारी देने से इंकार करते हुए कहा कि इस मामले की जांच जारी है।
सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी गतिविधियों को लेकर खुफिया जानकारी के आधार पर शनिवार शाम अनंतनाग के वानपोह में सुरक्षा बलों ने एक वाहन को रोका। सुरक्षा बलों ने वाहन से दो आतंकवादियों और एक तीसरे व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों के पास से एक एके 47, एक पिस्तौल और अन्य हथियार एवं गोला बारूद बरामद किया गया था।
बाद में तीसरे गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान पुलिस उपाधीक्षक दविंदर के रूप में की गयी। गिरफ्तार दोनों आतंकवादी हिज्बुल के शीर्ष कमांडर हैं जिनकी कई आतंकवादी घटनाओं के सिलसिले में तलाश थी। आरोपियों से पूछताछ के दौरान ही इस बात का खुलासा हुआ कि वे दिल्ली जा रहे थे।