देश में खाद्य तेल में आत्मनिर्भर होने की क्षमता :रामदेव

नयी दिल्ली, 24 जनवरी (वार्ता)। योग गुरु बाबा रामदेव ने खाद्य तेल के आयात पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुये शुक्रवार को कहा कि देश इस मामले में पांच साल के अंदर आत्मनिर्भर हो सकता है।
स्वामी रामदेव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में सालाना डेढ़ से दो लाख करोड़ रुपये के खाद्य तेलों का आयात किया जाता है जिनमें पाम आयल प्रमुख है। उन्होंने कहा कि सरकार इस क्षेत्र में गंभीरता से कार्य करे और प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करे तो खाद्य तेल के आयात को नियंत्रित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में दो लाख हेक्टेयर में पाम की खेती की जा रही है जिसे पांच साल में 10 गुना किया जा सकता है। आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्य पाम की खेती के अनुकूल है। सोयाबीन और मूंगफली की तुलना में पाम से तीन - चार गुना अधिक तेल निकलता है। उन्होंने कहा कि किसान एक एकड़ में पाम की खेती से सालाना 80000 रुपये तक कमा सकते हैं।
योग गुरु ने सोयाबीन की खेती बढ़ाने पर भी जोर देते हुये कहा कि इसकी खेती की देश में व्यापक संभावना है। इसकी खेती में तीन गुना तक की वृद्धि की जा सकती है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान सूरजमुखी की खेती के क्षेत्र में कमी आयी है जिसे बढ़ाये जाने की जरूरत है। इन फसलों की उत्पादकता भी बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि खाद्य तेल में आत्मनिर्भरता को लेकर वह जल्दी ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष एक प्रस्तुति देंगे।