एक माह के शिशु के दिल की दुलर्भ बीमारी की सर्जरी

नयी दिल्ली,23 जनवरी(वार्ता)। दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल के चिकित्सकों ने दिल की एक दुलर्भ एवं जन्मजात बीमारी के साथ जन्में एक माह के शिशु के दिल की सर्जरी की है जो ‘अनोमलस काेरोनरी आर्टरी फ्राॅम द पल्मोनरी आर्टरी(एएलसीएपीए) से पीड़ित था और यह बीमारी प्रति तीन लाख बच्चों में से एक बच्चे को होती है।
दिल से जुड़े जन्मजात दोष (सीएचडी) को ब्लैंड व्हाइट गारलैंड सिंड्रोम भी कहा जाता है। इस बीमारी में दिल की मांसपेशियों को रक्त पहुंचाने वाली बाईं कोरोनरी आर्टरी एओरटा के बजाय पल्मोनरी आर्टरी से शुरूआत होती है और दिल की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिका अपनी सामान्य स्थिति में नहीं जुड़ी होती है।
इस टीम का नेतृत्व सीटीवीएस के निदेशक एवं प्रमुख चिकित्सक दिनेश कुमार मित्तल और पीडिएट्रिक कार्डियोलाॅजी के वरिष्ठ सलाहकार डाॅ़ गौरव गर्ग ने किया। सर्जरी के बाद बच्चे काे एक दिन के लिए वेंटीलेटर पर रखा गया।
डाॅ़ मित्तल ने कहा “ नवजात बच्चे की सर्जरी काफी जटिल काम था क्योंकि अंग बहुत छोटे होते हैं और सबसे बड़ी बात यह थी कि बच्चे का दिल का फंक्शन बहुत कम था लेकिन बच्चे का रिस्पांस अच्छा था। आॅपरेशन के अगले दिन वेंटीलेटर हटा दिया गया तथा आठवें दिन उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।”