कोलकाता, 02 जनवरी (वार्ता) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर उन्हें नमन किया।
सुश्री बनर्जी ने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में कहा, “ श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल, श्री गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।”
गुरु गोविंद सिंह का जन्म पांच जनवरी 1666 को बिहार के पटना में हुआ था। वह एक आध्यात्मिक गुरु, योद्धा, कवि और दार्शनिक थे।
इस्लाम स्वीकार नहीं करने के कारण उनके पिता गुरु तेग बहादुर जी का सिर कलम कर दिया गया था, जिसके बाद केवल नौ वर्ष की उम्र में ही उन्हें सिखों का गुरु बनाया गया। गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्र थे, जिनमें से दो की युद्ध के दौरान मौत हो गयी थी जबकि दो को मुगल सेना ने फांसी पर लटकाया था।
उन्होंने 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की थी। उन्होंने जीने के लिए पांच सिद्धांत भी दिए, जिन्हें 'पांच ककार' कहा जाता है। पांच ककार का मतलब 'क' शब्द से शुरू होने वाली उन पांच चीजों से है, जिन्हें गुरु गोविंद सिंह के सिद्धांतों के अनुसार सभी खालसा सिखों को धारण करना होता है। गुरु गोविंद सिंह ने सिखों के लिए पांच चीजें अनिवार्य की थीं- 'केश', 'कड़ा', 'कृपाण', 'कंघा' और 'कच्छा'। इनके बिना खालसा वेश पूर्ण नहीं माना जाता।
उन्होंने सात अक्टूबर 1708 को अंतिम सांस ली थी।
ममता ने गुरु गोविंद सिंह को किया नमन