नागरिकता अधिनियम के विरोध में संकल्प पारित

जयपुर 25 जनवरी (वार्ता)।  राजस्थान विधानसभा में आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जोरदार विरोध के बीच नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के विरोध में संकल्प पारित किया गया।
करीब पांच घंटे तक इस कानून का लेकर चली बहस के बाद अध्यक्ष डा. सी पी जोशी ने संकल्प को ध्वनिमत से पारित कराया। भाजपा सदस्यो ने संकल्प का विरोध किया।
संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने प्रतिपक्ष के सदस्यों द्वारा इस अधिनियम के समर्थन में दी गई दलीलों का जबाव देते हुये कहा कि इस कानून से धर्मनिरपेक्षता के ढांचे पर आगाज पहुंचा है तथा सामाजिक सदभाव बिगडा है। उन्होंने कहा कि हम केन्द्र सरकार का असहयोग नहीं कर रहे है बल्कि चाहते है कि उच्चतम न्यायालय द्वारा इस संबंध में फैसला आने तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाये।
उन्होंने कहा कि हम धर्म के आधार पर नागरिकता के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों के आधार पर नागरिकता देना बहुत मुश्किल है तथा बहुत से लोगों को उनके माता पिता के जन्म स्थान का भी पता नहीं होने से अपनी नागरिकता का सबूत देने में बहुत अधिक समस्यायें खडी हो सकती है।
इससे पहले प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि भारत के मुसलमानों को नागरिकता का कोई खतरा नहीं है। यह कानून उन लोगों के लिए लागू किया गया है जो पडोसी देशों में सताये जाने के कारण भारत आना चाहते है। उर्जा मंत्री डा बी डी कल्ला ने कहा कि केन्द्र सरकार को अल्पसंख्यको के मन की आशंका को दूर करना चाहिये। भाजपा के सतीश पूनियां ने कहा कि इस कानून से ऐतिहासिक गलतियों को सूधारने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि नागरिकता देने का मामला नया नहीं है तथा पहले भी जिन लोगों को नागरिकता दी गई है उन में मुस्लिम भी थे।
कांग्रेस के नरेन्द्र बुढानिया ने कहा कि विविधताओं के कारण भारत की जो पहचान थी उसे मिटाने का प्रयास किया जा रहा है। निर्दलीय संयम लोढा ने कहा कि यह कानून संविधान की भावनाओं के विपरीत है तथा इससे दुनिया में भारत की छवि खराब हुई है। भाजपा की किरण माहेश्वरी ने कहा कि इस कानून का विरोध करने के पिछे कांग्रेस का छिपा हुआ राजनीतिक ऐजेंडा है। कांग्रेस के अमीन खान ने कहा कि देश में जो इस कानून को लेकर जो माहौल बन रहा है उसे देश एक और विभाजन की ओर जा सकता है। भाजपा के वासुदेव देवनानी ने कहा कि इस कानून को राज्य में लागू नहीं किया गया तो राष्टपति शासन लागू हो सकता है। उन्होंने अब देश का और विभाजन नहीं होने देंगे। कांग्रेस के रोहित बोरा ने कहा कि आर्थिक गिरावट से ध्यान हटाने के लिए केन्द्र सरकार ने इस कानून को लागू किया है। भाजपा के मदन दिलावर ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दूओं पर अत्याचार हो रहा है तथा दमन से बचने के लिए कई हिन्दू भारत आये है लेकिन नागरिकता नहीं मिलने से उन्हें परेशानी उठाानी पडरही है।
संकल्प पर बहस शुरू होने भाजपा सदस्य आसन के सामने आ गये तथा जोरदार नारेबाजी की। प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड ने कहा कि कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति के कारण इस कानून का विरोध कर रही है।