प्रयागराज,07 जनवरी तीर्थराज प्रयाग में गंगा, यमुना और सरस्वती के विस्तीर्ण रेती पर माघ मेला में गंगा पार झूंसी जाने के लिए अस्थाई पंटून पुल एक और दो के बंद होने से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के गंगा पार से झूंसी आने-आने के लिए पांच अस्थायी पंटून पुलों को तैयार कराया गया है। महावीर पंटून पुल नम्बर एक और कालीमार्ग पर बना पुल नंबर तीन और पांच ओल्ड जी टी को संगम की ओर जाने के लिए बनाया गया है। त्रिवेणी पंटून पुल नम्बर दो और चार नम्बर गंगोली शिवाला मेला क्षेत्र से आने के लिए बनाया गया है।
सूत्रों ने कहा कि गंगा में पानी बढ़ने के कारण कटान से पुल नम्बर एक महावीर और और पुल नंम्बर दो त्रिवेणी की लम्बाई बढाये जाने के कारण दो दिन पहले शनिवार से बन्द कर दिया गया था जिससे मेला क्षेत्र में आने और जाने वाले श्रद्धालुओं को बहुत लंबा घूमकर आने-जाने से बड़ी परेशानी हो रही है।
काली मार्ग पंटून पुल से श्रद्धालु जा तो रहे हैं लेकिन झूंसी की ओर से लौटते समय पंटून पुल नम्बर चार गंगोली शिवाला होकर लौटना पड़ रहा है जिससे श्रद्धालुओं को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। इसके शाम तक चालू होने की आशा व्यक्त की गयी है।
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता सत्येन्द्र ने कहा कि दोनो त्रिवेणी और महाबीर पीपा पुल में थोड़ा बहुत काम बाकी है जिसे शाम तक श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा।
प्रयागराज में दो पंटून पुलों के बन्द होने से श्रद्धालुओं को परेशानी