मुंबई। प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा ने स्टार्टअप कंपनियों को चेताते हुए मंगलवार को कहा कि निवेशक के पैसों को धुएं में उड़ाने वाले स्टार्टअप को दूसरा या तीसरा मौका नहीं मिलेगा। टाटा ने स्वयं भी कई स्टार्टअप कंपनियों में निवेश किया है। उन्होंने कहा कि पुराने व्यवसायों में कमी आएगी जबकि युवा संस्थापकों की नवोन्मेषी कंपनियां भारतीय उद्योग जगत का भविष्य तय करेगी।
टाटा यहां टिकॉन अवार्ड समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्हें यहां जीवन पर्यन्त उपलब्धि पुरस्कार से नवाजा गया है। टाटा का यह बयान ऐसे समय आया है जब कई स्टार्टअप कंपनियों पर निवेशकों का ‘बर्बाद’ करने का आरोप लग रहा है। निवेशकों ने बेहतर भविष्य की आशा में इन कंपनियों में पैसा लगाया है जबकि यह कंपनियां लगातार घाटे में चल रही हैं।
आरोप है कि ई-वाणिज्य कंपनी फ्लिपकार्ट जब अपने शीर्ष पर थी तो वह हर माह 15 करोड़ डॉलर फूंक रही थी।
टाटा ने कहा, ‘‘हमारे सामने एसी स्टार्टअप कंपनियां भी हो सकतीं हैं जो हमारा ध्यान खीचेंगी, पैसा जुटायेंगी और गायब हो जाएंगी। लेकिन ऐसी कंपनियों को दूसरा और तीसरा मौका नहीं मिलेगा।’’