नयी दिल्ली, 03 जनवरी (वार्ता) नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) के समर्थन में देश भर के संत-महात्माओं का समागम 19 जनवरी को दिल्ली में आयोाजित होगा।
यह समागम अखिल भारतीय संत समिति (उत्तर भारत) और सनातन हिंदू वाहिनी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जायेगा।
समिति के उत्तर भारत प्रमुख सुरेंद्रनाथ अवधूत ने शुक्रवार को बताया कि नयी दिल्ली के मावलंकर आडिटोरियम में आयोजित होने इस सम्मेलन में पूरे देश से साधु-संत हिस्सा लेंगे।
श्री अवधूत ने सीएए का पुरजोर समर्थन करते हुए कहा कि देश की आजादी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पहली है जिसने पाकिस्तान, बंगलादेश और अफगानिस्तान के उन अल्पसंख्यकों के विषय में चिंता की और सोचा कि जिनका परिवार तीनों इस्लामिक देशों में रहता था लेकिन उनकी बहन.बेटियों का जीवन सुरक्षित नहीं था।
उन्होंने कहा श्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएए के माध्यम से इन तीनों देशों के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का मार्ग प्रशस्त किया उसके लिए पूरा संत समाज मोदी सरकार की भूरि-भूरि प्रशंसा करता है। श्री अवधूत ने सीएए को राष्ट्रहित में उठाया गया कदम बताते हुए कहा कि देश में चुनिंदा लोग इस कानून का विरोध कर रहे हैं और असामाजिक तत्वों के जरिए हिंसा फैलाने में जुटे हैं। ऐसे राजनीतिक दल और लोग राष्ट्र के लिए घातक हैं जिनके खिलाफ सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
सीएए के समर्थन में साधु समाज का समागम