तमिलनाडु विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पांडियन का निधन


चेन्नई 04 जनवरी (वार्ता) विधानसभा अध्यक्ष के पास अनंत अधिकार (स्काई हाई पावर) हाेने के पैरोकार एवं तमिलनाडु विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पी एच पांडियन का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को यहां निजी अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।

वह 74 वर्ष के थे। उनके परिवार में चार पुत्र और एक पुत्री हैं।

श्री पांडियन पिछले कुछ महीनों से बीमार थे तथा उन्हें यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक दिल का दौरा पड़ने से श्री पांडियन का निधन हुआ। सुबह नौ बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।

श्री पांडियन की पत्नी सिंथिया पांडियन मनोमणियम सुंदरनार विश्वविद्यालय की कुलपति थी। जनवरी 2018 को श्रीमती पांडियन का निधन हो गया।

अन्नाद्रमुक के संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंत्री एम जी रामचंद्रन के करीबी सहयोगी रहे श्री पांडियन चार बार विधायक रहे और 1999 में तिरुनेलवेली से लाेक सभा के सांसद चुने गये। जब वह विधानसभा के अध्यक्ष थे तो वह दावा करते थे कि स्पीकर को 'स्काई हाई पावर्स' (अनंत शक्तियां) प्राप्त हैं। एक तमिल मैगजीन में छपी एक कार्टून को लेकर विशेषाधिकार हनन मामले में मैगजीन के मालिक की गिरफ्तारी को लेकर जारी अदालती समन को नकारे जाने के मामले को लेकर वह खासे चर्चा में रहे। वह वर्ष 1977, 1980 और 1984 में अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र चेरनमहादेवी से विधानसभा का चुनाव जीता था। उन्होंने 1980 से 1984 तक विधानसभा के उपाध्यक्ष और 1985 से 1989 तक अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दी।

मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने, राज्य के कई मंत्रियों तथा विभिन्न दलों के नेताओं ने यहां स्थित उनके आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

श्री पलानीस्वामी ने कहा कि वह एक प्रसिद्ध वकील, विस के उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष और सांसद रहे तथा नियम एवं कायदे से विधानसभा कार्यवाही के संचालन के मापदंड निर्धारित किये। उन्होंने कहा कि श्री पांडियन का निधन अन्नाद्रमुक और राज्य की जनता के लिए क्षति है।

तेलंगाना की राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन, द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के नेता पोन राधाकृष्णन, पीएमके नेता डा. एस रामदास ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।