देहरादून। उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध धाम बद्रीनाथ के कपाट छह माह के शीतकालीन अवकाश के बाद इस वर्ष 30 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए फिर खोल दिये जायेंगे। श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया कि मंदिर के कपाट विधिवत पूजा अर्चना के बाद 30 अप्रैल को तड़के साढ़े चार बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि चमोली जिले में स्थित भगवान विष्णु के इस धाम के कपाट खोलने की तिथि और समय का मुहूर्त बसंत पंचमी पर बुधवार को टिहरी राजपरिवार के पुरोहित आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल और संपूर्णानंद जोशी ने निकाला। गढ़वाल हिमालय के चार धामों के नाम से प्रसिद्ध बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के सर्दियों में भारी बर्फवारी और भीषण ठंड की चपेट में रहने के कारण उनके कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में बंद कर दिये जाते हैं जो अगले साल दोबारा अप्रैल-मई में श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जाते हैं। उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट जहां हर साल अक्षय तृतीया पर खोले जाते हैं वहीं रूद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर के द्वार खोले जाने का मुहूर्त महाशिवरात्रि के त्योहार पर निकाला जाता है।
तीस अप्रैल को तड़के साढ़े चार बजे खोले जाएंगे बद्रीनाथ धाम के पट