भड़काऊ भाषण पर अंकुश के लिए विधि आयोग की सिफारिशें लागू करने संबंधी याचिका दायर


नई दिल्ली,  भारतीय जनता पार्टी नेता एवं वकील अश्विनि कुमार उपाध्याय ने भड़काऊ भाषण देने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर दिशनिर्देश जारी करने संबंधी याचिका उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को दायर की। श्री उपाध्याय ने अपनी याचिका में कहा है कि भड़काऊ भाषण देने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, साथ ही ऐसे मामलों में पर विधि आयोग की सिफारिशें लागू करने की मांग की है।याचिकाकर्ता ने 2017 की विधि आयोग की 267 वीं रिपोर्ट की सिफारशों को लागू करने की मांग की है, जिसमें भड़काऊ भाषणों को परिभाषित किए जाने तथा भारतीय दण्ड संहिता की धारा 153 सी और 505 ए जोड़ने की सलाह दी गई थी।याचिकाकर्ता ने कहा कि राजनेताओं द्वारा लगातार दिए जा रहे भड़काऊ भाषण की वजह से आज देश में हिंसा की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हर रोज जाति धर्म के आधार पर हिंसा कहीं ना कहीं देखने को मिलती आ रही है और इसकी मुख्य वजह राजनेताओं द्वारा दिया जाना हेट स्पीच है, क्योंकि यह कहीं भी परिभाषित नहीं है और यही वजह है कि राजनेता बिना किसी रोक-टोक के हेट स्पीच का इस्तेमाल करते हैं।हालांकि इस मामले में 2017 में विधि आयोग ने एक विस्तृत रिपोर्ट उच्चतम न्यायालय के कहने पर सरकार को सौंपा था लेकिन आज तक सरकार ने इसे लागू नहीं किया।