बोडो शांति समझौता ऐतिहासिक : नड्डा


नयी दिल्ली, 07 फरवरी (वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रवार को पूर्वोत्तर राज्य के असम में नए शांति समझौते के बीच हस्ताक्षर करने के लिए पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बोडो शांति समझौता ऐतिहासिक बनने जा रहा है।
श्री नड्डा ने ट्वीट किया, “असम का कोकराझार इस ऐतिहासिक अवसर पर श्री नरेंद्र मोदी जी का स्वागत करने के लिये उत्सुक है। बोडो शांति समझौता असम में इतिहास रचने को तैयार है और राज्य उग्रवाद से विकास की ओर अग्रसर होगा।”
प्रधानमंत्री ने भी शुक्रवार सुबह ट्वीट किया, “मैं आज कोकराझार में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करूंगा। हम बोडो समझौते पर सफल हस्ताक्षर करेंगे जोकि दशकों से चली आ रही समस्याओं काे दूर करेगा। ”
श्री मोदी ने कहा, “यह शांति और प्रगति के एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। बोडो समझौते से युवाओं को अपनी आकांक्षाएं पूरा करने में मदद मिलेगी।” इसी बीच भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट किया, “मोदी सरकार नयी आशाओं का प्रतीक है। बोडो शांति समझौैता प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में असम में स्थायी शांति लाने का एक बड़ा प्रयास है।”
केंद्र सरकार ने नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के कुछ धड़ो के साथ 27 जनवरी को एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। अलग से बोडोलैंड की मांग करने वाले प्रभावशाली ऑल बोडो स्टूडेंट यूनियन (एबीएसयू) ने भी इस समझौते पर हस्ताक्षर कर दिये हैं।
कोकराझार और उसके आसपास के इलाकों में इस समझौते पर जश्न मनाने के लिये खुशी का माहौल है।
एबीएसयू और एनडीएफबी ने कोकराझार में शक्रवार को बाइक रैली भी निकाली है जिसमें दोनों दलों के ढेर सारे कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
कोकराझार निवासियों ने गुरुवार शाम एक लाख दिये जला कर क्षेत्र में शांति के लिये प्रार्थना की।