चंबल में फिर मिला तेंदुआ का शव, हादसे की आशंका

इटावा , 2 फरवरी (वार्ता)। उत्तर प्रदेश मे इटावा जिले के भरेह क्षेत्र में सड़क पर तेंदुए का शव मिलने से हडकंप मच गया ।
यह पहला मौका नही है जब तेंदुए की मौत का मामला सामने आया है इससे पहले भी इस तरह से कई तेंदुओ की मौत हो चुकी है । चंबल सेंचुरी के रेंजर हरीशंकर शुक्ला ने आज यहाॅ बताया कि गढाकास्दा गांव के पास मुख्य सड़क पर जिस तेंदुए का शव मिला है,उसके गले में कान के पास गहरा घाव बना हुआ है । मौत के कारणो का पता लगाने के लिए तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए बरेली स्थिति आईबीआरआई केंद्र भेजा है । ऐसा माना जा रहा है कि इस तेंदुए की मौत सडक हादसे मे हुई है फिर भी परीक्षण के जरिये मौत का कारण पता लगाने की कोशिश की जा रही है । उन्होने बताया कि तेदुंए के मौत को लेकिन भरेह थाना मे अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
गौरतलब है कि तीन मार्च 2017 को वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम वाले दिन सहसो इलाके के विंडवा खुर्द गांव दो तेंदुए और एक साभांर की किसानों ने अपने फसलों की सुरक्षा के लिए 11000 बिजली लाइन से तार खींच कर खेतों की फेंसिंग की जद में आने से मौत हो गई थी।
शुक्ला ने बताया कि मध्य प्रदेश इलाके से तेंदुओं के कई जोडे पानी की तलाश में उत्तर प्रदेश के इस इलाके में प्रवेश कर जाते हैं लेकिन उनको इस बात का कतई अंदेशा नहीं था कि यहां के किसान अपने फायदे के लिए खेतों में बिजली के तारों में करंट भी प्रभावित करेंगे जिससे दुर्लभ प्रजाति के वन्यजीवों की मौत हो जाएगी । यह बहुत बडा नुकसान माना जा रहा है क्योंकि इससे पहले इस तरह कर वाक्ये कम ही सामने आये है ।
पर्यावरणीय संस्था सोसाइटी फाॅर कंजर्वेशन आफ नेचर के सचिव संजीव चौहान का दावा है कि चंबल के इस इलाके में इससे पहले भी काफी लंबे समय से तेंदुओं की आवाजाही की खबरें सामने आती रही है जो रिपोर्ट सामने आ रही है उसके मुताबिक यहां कम से कम 10 ऐसे जोडे हैं जिनको गांव वालों ने देखकर के वन अधिकारियों और वन्य जीव संस्था के अफसरों को रिपोर्ट किया हुआ है ।