मोदी से मिलना दिव्यांगों को एक सुनहरे सपने का एहसास


प्रयागराज, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इतने नजदीक से देखना एवं मिलना दिव्यांगों को एक सुनहरे सपने जैसा एहसास हुआ है।
लोग सोते समय बंद आखों से सपना देखते हैं लेकिन हमारा सौभाग्य है कि हमें ऐसा प्रधानमंत्री मिला जिसने हम जैसे लोगों को भी सम्मान दिया। यह हमारे पूर्व का प्रारब्ध है कि हमें प्रधानमंत्री को इतने नजदीक से देखने और सुनने का मौका मिला। यह हमारे लिए किसी सुनहरे सपने से कम नहीं है।
प्रधानमंत्री से मिलने वालों की सूची में शामिल 300 दिव्यांग उत्कृष्ट प्रतिभा के धनी हैं। ये सभी दिव्यांग आत्मविश्वास से लबरेज हैं। इस सम्मानजनक कार्यक्रम का करीब 27000 दिव्यांग और वृद्धजन समेत बड़ी तादाद में लोग साक्षी बने। परेड़ मैदान पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने आए कुछ दिव्यांगों का कहना है कि उनके लिए अब तक अनेक कार्यक्रम हुए लेकिन इस प्रकार का गौरव बढ़ाने वाला कार्यक्रम आज तक नहीं हुआ।
उन्होने भगवान से दुआ किया कि श्री मोदी जैसा प्रधानमंत्री उनके जीवन पर्यन्त रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बखान करते दिव्यांगों की आखें छलक आयीं। उन्होने बताया कि श्री मोदी के मिले इस सम्मान के बाद कुदरत से
मिले गम का कोई मायने नहीं रह गया। ‘दिव्यांग’श्री मोदी का दिया हुआ विकलांग का सम्मानजनक नाम है। ऐसी सोच किसी विरले ही पुरूष में मिलती हैं।
फूलपुर ब्लाक फरीदाबाद मुहल्ला निवासी नीरज कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री मिला जिसने हम जैसे छोटे लोगोंं को सम्मान देकर हमारे भीतर आत्मविश्वास का संचार किया है। उन्होंने कहा कि देश में कितने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री हुए किसी ने भी हमारे लिए इतना नहीं सोचा जितना श्री मोदी ने सम्मान दिया। हमारी प्रार्थना है उनके जैस
प्रधानमंत्री देश को बार-बार मिले।
इसी ब्लाक के गरौरा गांव निवासी दिव्यांग स्नातक मंगला प्रसाद चलने फिरने में असमर्थ लोगों की सहायता करते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे मंगला दूसरे दिव्यांगों के हक के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। प्रमाणपत्र, बस एवं रेलवे पास बनवाने में सहायक होते हैं। उनके प्रयास से अनेक लोग लाभान्वित हुए हैं।
इसी ब्लाक के कौंधियारा के जोखनई रौहा गांव निवासी बीएससी पास राजू पाल ने बताया कि वह गांव गांव जाकर दिव्यांगों को एकत्रित कर उन्हें शिक्षा देते हैं। उन्होने बताया कि अब तक कई दिव्यांग को साक्षर बना चुके
हैं और उनकी छोटी-छोटी परेशनियों को समाप्त करने में सदैव आगे रहते हैं।
इनके जैसे अनेक दिव्यांग कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित थे जिन्होने श्री मोदी को “ सब का साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” वाला नेता बताया। उन्होने कहा कि श्री मोदी का बखान करना सूरज को दिया दिखाने जैसा है।
गौरतलब है कि “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 में एक रविवार को रेडियो पर अपने ‘मन की बात’कार्यक्रम में शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए ‘दिव्यांग’ शब्द का इस्तेमाल किया था। उन्होने कहा था क्योंकि उनके पास एक अतिरिक्त शक्ति होती है। उन्होने कहा था शब्दों का अपना महत्व होता है। परमात्मा ने जिसके शरीर में कुछ कमी दी है, हम उसे विकलांग कहते हैं। कभी-कभी हम जब उनसे मिलते हैं तब हमें आंखों से उनकी यह कमी दिखती है, लेकिन ईश्वर ने उन्हें कुछ एक्स्ट्रा पावर दिया होता है। एक अलग शक्ति का उनके अंदर परमात्मा ने निरूपण किया होता है।”