नागौर दलित उत्पीड़न के बाद कांग्रेस और भाजपा के नेता पीड़ितों के पास पहुंचे


जयपुर। राजस्थान के नागौर में दो दलित युवकों को बंधक बनाकर मारपीट करने और आपत्तिजनक वीडियो बनाने की घटना की जांच के लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के नेता शुक्रवार को पीड़ितों के पास पहुंचे। इन नेताओं ने पुलिस से भी मामले की जानकारी ली।कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति, भाजपा की चार सदस्यीय समिति और खींवसर से रालोपा विधायक नारायण बेनीवाल के अलावा राजस्व मंत्री हरीश चौधरी भी पीड़ितों और उनके परिवार वालों से मिले। इन नेताओं ने इस मामले के संबंध में पुलिस और प्रशासन से जानकारी ली।राजस्व मंत्री चौधरी ने कहा, ‘‘हम पीड़ितों और उनके परिवार के सदस्यों से मिले। हमारी स्थानीय लोगों और अधिकारियों से भी चर्चा हुई।’’




कांग्रेस की जांच समिति ने मामले की पड़ताल की। समिति अपनी रिपोर्ट कल प्रदेशाध्यक्ष पायलट को सौंपेगी।वहीं केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने नागौर में दो दलित युवकों को बंधक बनाकर मारपीट करने और आपत्तिजनक वीडियो बनाने की घटना के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। बीकानेर से भाजपा सांसद मेघवाल शुक्रवार को पार्टी विधायक मदन दिलावर और मोहन राम चौधरी के साथ नागौर पहुंचे और पीड़ितों से मिले। इसके साथ ही वे उस जगह भी गए जहां मारपीट की घटना हुई थी।मेघवाल ने कहा, ‘‘यह तो पुलिस की विफलता है कि जब घटना हुई तो उन्हें इसका पता तक नहीं चला। मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग भी है लेकिन अपराधों पर कोई लगाम नहीं। इस घटना के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है।’’उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मामले को  तोड़ मरोड़  रही है और पीड़ितों पर दबाव है।


उल्लेखनीय है कि भाजपा ने इस मामले की जांच के लिए मेघवाल की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की जिसमें मेघवाल के साथ-साथ विधायक दिलावर व चौधरी भी हैं। समिति पांचौड़ी थाने भी गयी जहां इस घटना का मामला दर्ज हुआ है। मेघवाल ने कहा कि समिति अपनी रपट शनिवार को पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष को सौंपेगी।राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक नारायण बेनीवाल भी पीड़ितों से उनके गांव में मिले।पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है।दलित युवकों के साथ मारपीट की यह घटना 16 फरवरी की है जो पांचौड़ी थाना क्षेत्र करणू गांव में मोटरसाइकिल की सर्विस एजेंसी पर हुई। एजेंसी के लोगों ने दो युवकों पर चोरी का आरोप लगाते हुए उनसे बर्बरता से मारपीट की और इसका वीडियो भी बनाया गया। यह वीडियो वायरल होने पर पीड़ितों ने मामला दर्ज कराया। पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने यहां कहा कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।इस बीच बहुजन समाज पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस महानिदेशक से मिला और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।