नीतीश के महागठबंधन में वापसी की संभावना पर तेजस्वी ने कहा- ‘डेड फोर्सेस’ का हम क्या करेंगे


 पटना। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महागठबंधन में वापसी की संभावनाओं को लगभग नकारते हुए बुधवार को कहा कि जो लोग थक चुके हैं और भाजपा-आरएसएस से लड़ नहीं सकते है, ऐसी ‘डेड फोर्सेस (चुकी हुई ताकतों)’ का हम क्या करेंगे। राजद प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे पुत्र तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मंगलवार को हुई मुलाकात के बाद उनकी महागठबंधन में वापसी की संभावना को लेकर लगायी जा रही अटकलों के बारे पूछे जाने पर कहा ‘‘जो लोग थक चुके हैं, भाजपा-आरएसएस से लड़ नहीं सकते हैं, ऐसी ‘डेड फोर्सेस’ का हम क्या करेंगे।’’ यह पूछे जाने पर कि नीतीश कुमार के साथ उनके चाय पीने पर भाजपा नेताओं की चिंताएं बढ़ने लगती हैं, तेजस्वी ने कहा, ‘‘भाजपा वाले क्या सोचते हैं, इसपर हम कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।’’




बिहार की पिछली महागठबंधन सरकार में नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री रहे तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘नीतीश जी भाजपा के साथ क्या हमसे पूछकर गए थे। हम तो उस समय उन्हें प्रधानमंत्री बनाने की बात करते थे।’’ राजद नेता तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया कि मंगलवार को नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात एनपीआर और एनआरसी को लेकर बिहार विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से पारितप्रस्ताव पर चर्चा के लिए हुई थी। यह पूछे जाने पर कि क्या इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में फिर से दोनों साथ होंगे, तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘सरकार में स्थिरता होनी चाहिए। चार साल में लोगों ने चार सरकारें देखीं। फिर सरकार अस्थिर होगी तो नुकसान किसका होगा। हम नुकसान के पक्ष में नहीं हैं।’’ 


बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष की नेता और तेजस्वी की मां राबड़ी देवी ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि एनआरसी, एनपीआर पर राज्य सरकार ने सही रुख अपनाया है लेकिन अभी महागठबंधन में नीतीश कुमार के शामिल होने की बात नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेक्युलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। मांझी ने बिहार विधानसभा परिसर में पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री का रुख ठीक है। उन्होंने सोच समझकर यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जब भी महागठबंधन में आएं तो उनका स्वागत है। वर्तमान समय में मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार से बढ़िया चेहरा कोई नहीं है। मांझी ने कहा कि वह नीतीश कुमार से पूर्व में भी राजग छोड़कर महागठबंधन में आने का आग्रह कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह भी पहले ऐसा बोल चुके हैं। महागठबंधन में समन्वय समिति के गठन की पूर्व में लगातार मांग करने वाले मांझी ने कहा कि समिति तय करेगी कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।