राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में 452 विद्यार्थियों को मिला रोजगार-गर्ग

जयपुर,  राजस्थान के तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने आज विधानसभा में बताया कि
राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों के प्रकोष्ठों के माध्यम से वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2019-20 में अब तक 111 परिसर साक्षात्कार आयोजित कर 452 विद्यार्थियों को रोजगार दिया जा चुका है।
डॉ गर्ग प्रश्नकाल में विधायकों के पूरक प्रश्नों का जवाब में कहा कि वर्तमान में यह प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2015-16 से सत्र 2018-19 की अवधि में 849 परिसर साक्षात्कार आयोजित हुये हैं तथा 4334 विद्यार्थियों को रोजगार मिला है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में भी साक्षात्कार की प्रक्रिया जारी है। राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, उदयपुर एवं केलवाडा में क्रमशः सत्र 2018-19 एवं 2019-20 से प्रारंभ किये जाने के कारण परिसर साक्षात्कार आयोजित नहीं किये गये।
उन्होंने कहा कि राज्य के सभी 44 राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में उद्योग संस्थान अन्योन्य अधिगमन प्रकोष्ठ (ट्रिपल आई सेल) कार्य कर रही है। इस प्रकोष्ठ की स्थापना 1990-91 में सर्वप्रथम अजमेर के राजकीय महाविद्यालय में की गई थी। उन्होंने बताया कि सीईजी प्लेसमेंट की स्थापना इंजीनियरिंग कॉलेज के साथ पॉलिटेक्निक कॉलेज में भी की गई थी। उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से गत वर्ष की तुलना में महाविद्यालयों में प्लेसमेंट दस प्रतिशत बढ़ा है।
उन्होंने बताया कि 37 महाविद्यालयों में एटीपीओ का पद है तथा इसके अतिरिक्त महाविद्यालयों में प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि ट्रिपल आई सेल में उद्योगों के साथ इन्टरेक्शन तथा साक्षात्कार अनवरत प्रक्रिया के माध्यम से चलते रहते है। उन्होंने बताया कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत विद्यार्थियों की साक्षात्कार तथा प्लेसमेंट की प्रक्रिया चल रही है।
इससे पहले विधायक किरण माहेश्वरी के मूल प्रश्न के जवाब में डॉ गर्ग ने बताया कि राजस्थान में तकनीकी शिक्षा विभाग के तहत संचालित समस्त 44 राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में उद्योग संस्थान अन्योन्य अधिगमन प्रकोष्ठ स्थापित किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इनका मुख्य उद्देश्य उद्योग और शैक्षणिक संस्थान के बीच एक सेतु का कार्य करना है। ये प्रकोष्ठ औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुरूप शिक्षा की गुणवत्ता सुधार के साथ उसको व्यवहारिक एवं रोजगारपरक बनाने का काम करते हैं तथा संस्थान और उद्योग के बीच अनुभव और विशेषज्ञता को साझा करता है।
उन्होंने बिाया कि गत चार शैक्षणिक सत्र 2015-16 से सत्र 2018-19 की अवधि में उक्त राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों द्वारा 16 हजार 761 विद्यार्थियों को औद्योगिक प्रशिक्षण के लिए औद्योगिक इकाईयों में भेजा गया।