शाहीन बाग केवल बहाना, असली निशाना जिसका वो समाधान नहीं चाहते: योगी आदित्यनाथ

नयी दिल्ली, 03 फरवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शाहीन बाग में धरना-प्रदर्शन केवल बहाना है और असली निशाना तो वह है जिसका वो समाधान नहीं करना चाहते थे।
दिल्ली विधानसभा के आठ फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए सोमवार को विकासपुरी सीट से खड़े भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव रैली को संबोधित करते हुए श्री आदित्यनाथ ने सीएए के विरोध में शाहीन बाग में चल रहे धरना-प्रदर्शन पर श्री केजरीवाल को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “सीएए के खिलाफ जो धरना पर बैठे हैं वो अवैध हैं। शाहीन बाग तो बहाना है, असली निशाना तो वो है जिसका वो समाधान नहीं करना चाहते थे।’’
उन्होंने कहा कि भारत तेरे टुकड़े होंगे का नारा लगाने वालों के साथ श्री केजरीवाल की सहानुभूति है, देश के सेना से सबूत मांगते हैं, उनकी सहानुभूति दिल्ली की जनता से नहीं उनकी सहानुभूति शाहीन बाग से है।
श्री आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में गंगा को स्वच्छ बनाने का बीड़ा उठाया था और उस दिशा में काफी कदम उठाए गए हैं और आज पवित्र नदी काफी साफ हो चुकी है। उन्होंने यमुना का उल्लेख करते हुए कहा कि श्री केजरीवाल ने पिछले विधानसभा चुनाव में नदी को साफ करने के बड़े-बड़े वादे किए थे जो पूरी तरह खोखले निकले।
उन्होंने कहा कि वह श्री केजरीवाल को चुनौती देते हैं कि यदि उनमें हिम्मत है तो यमुना में डुबकी लगाकर दिखाएं। श्री आदित्यनाथ ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि श्री मोदी ने जो वादा किया, उसे पूरा किया है।
पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री चौधरी फवाद हसन के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने की अपील पर श्री आदित्यनाथ ने कहा कि पाकिस्तान का मंत्री यह अच्छी तरह जनता है कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को बिरयानी केवल श्री केजरीवाल ही खिला सकते हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है और यहां सबकी नजर है। श्री आदित्यनाथ ने कहा कि जो भी व्यक्ति देश के विभिन्न हिस्सों और विश्व से आता है यहां की दुर्दशा देखकर हताशा हो जाता है। श्री केजरीवाल सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में दिल्ली की दुर्गति बना दी और यहां न तो अच्छी सड़कें हैं और न ही लोगों को पीने के लिए स्वच्छ जल। श्री केजरीवाल ने केवल खोलने वादे किए।