नयी दिल्ली 13 फरवरी (वार्ता) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप की भारत की यात्रा में चुनावी राजनीति, व्यापार एवं रक्षा सहयोग के तीनों आयामों का मिश्रण और उत्सव की चाशनी होगी जो न केवल मेहमानों बल्कि देशवासियों के लिए भी बेहद यादगार होगी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के निमंत्रण पर श्री ट्रंप एवं उनकी पत्नी दो दिन की भारत यात्रा पर 24 फरवरी को सबसे पहले अहमदाबाद पहुंचेंगे और 25 तारीख को उनके सरकारी कार्यक्रम नयी दिल्ली में होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अहमदाबाद में श्री ट्रंप का स्वागत करेंगे और दोनों नेता सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लेकर साबरमती आश्रम तक 10 किलोमीटर के रोड शो में शामिल होंगे। इसके लिए हवाई अड्डे से साबरमती आश्रम तक मार्ग को सजाया जा रहा है। सड़क के दोनों ओर लाखों लोग विश्व के सबसे पुराने लोकतंत्र के नेता का स्वागत करेंगे।
बाद में दोनों नेता नवनिर्मित सरदार पटेल स्टेडियम में एक विशाल जनसभा ‘केम छो ट्रंप’ को संबोधित करेंगे। यह स्टेडियम विश्व का सबसे बड़ा स्टेडियम है जिसमें एक लाख दस हजार लोगों के बैठने की क्षमता है। हवाई अड्डे, रोड शो एवं स्टेडियम में देश की विविधता पूर्ण संस्कृति की झांकियां भी अमेरिकी राष्ट्रपति को रिझाएंगी। अहमदाबाद में अमेरिकी राष्ट्रपति का पूरा कार्यक्रम उत्सवमय रहेगा।
अमेरिका में इस साल के अंत में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिहाज से अहमदाबाद में रोड शो एवं जनसभा ‘केम छो ट्रंप’ बहुत महत्वपूर्ण होगी। अमेरिका में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय रहते हैं और उनमें गुजरातियों की संख्या काफी अधिक है। गत वर्ष सितंबर में ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री श्री मोदी के हाउडी मोदी कार्यक्रम में भाग लेकर श्री ट्रंप को इस ताकत का अहसास हो गया था। अहमदाबाद के ‘केम छो ट्रंप’ से वह अमेरिका में रहने वाले प्रवासी भारतीय समुदाय पर असर डालेंगे। मंच पर श्री मोदी की मौजूदगी का संदेश सीधा प्रवासियों तक पहुंच जाएगा। इस कार्यक्रम में रिपब्लिकन पार्टी के बड़े नेताओं के भी शिरकत करने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार 25 फरवरी को श्री ट्रंप नयी दिल्ली में होंगे जहां राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। वह तीनों सेनाओं की संयुक्त टुकड़ी की सलामी गारद का निरीक्षण करेंगे और सलामी लेंगे। फिर वह राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। इसके बाद हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री श्री मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की द्विपक्षीय शिखर वार्ता होगी।
शिखर बैठक में दोनों देशों के बीच करीब 25 हजार करोड़ रुपए के रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल की रक्षा संबंधी समिति ने हाल ही में नौसेना के लिए 24 रोमियो मल्टीमिशन हेलीकाॅप्टर, वायुसेना के लिए छह अपाचे युद्धक हेलीकॉप्टर और छह पी 8 आई समुद्री टाेही विमान खरीदने के सौदों को मंजूरी दी है। इनकी आपूर्ति 2023-24 तक होने की संभावना है। इसके अलावा श्री ट्रंप मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत एफ-18, एफ-15ईएक्स अथवा एफ-16 का उन्नत संस्करण एफ-21 संयुक्त रूप से बनाने का प्रस्ताव भी कर सकते हैं। दोनों देशों ने रक्षा प्रौद्योगिकी एवं व्यापार पहल (डीटीटीआई) के तहत सात परियोजनाओं को चिह्नित किया है।
शिखर बैठक में द्विपक्षीय व्यापार करार को लेकर भी बातचीत आगे बढ़ेगी। सितंबर में श्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान भी इस करार पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद जतायी जा रही थी। चीन अमेरिका व्यापार युद्ध के बीच इस करार को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। श्री ट्रंप ने गत दिनों में भारत यात्रा के बारे में बातचीत में कहा कि अगर इसमें अमेरिका के हित पूरे होते हैं तो इस पर वह हस्ताक्षर करेंगे। भारतीय कूटनीतिक सूत्रों का भी कहना है कि अगर भारत के हितों के अनुरूप होता है तो भारत इस पर दस्तखत करेगा। सूत्रों के अनुसार कृषि एवं ऑटोमोबाइल्स उत्पादों को एक दूसरे के बाज़ार में पहुंच के मुद्दे पर गतिरोध कायम है।
ऐसा भी माना जा रहा है कि प्रवासी भारतीयों खासकर पेशेवर युवाओं के लिए एच1बी वीजा को लेकर भारत की चिंताओं को लेकर भी श्री ट्रंप कोई आश्वासन दे सकते हैं। बैठक में ऊर्जा सुरक्षा, अफगानिस्तान, आतंकवाद सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
शाम को राष्ट्रपति श्री कोविंद राष्ट्रपति भवन में श्री ट्रंप के सम्मान में भोज का आयोजन करेंगे। उसके बाद रात में श्री ट्रंप वापस लौट जाएंगे। करीब 40 घंटे की इस यात्रा में चुनावी राजनीति का रंग और रणनीतिक सहयोग दोनों का मिश्रण होगा और उत्सव का रूप इस यात्रा को ट्रंप दंपत्ति के लिए यादगार बनाएगा।