उत्तर पूर्वी दिल्ली में सीएए विरोधी और समर्थकों में हिंसक झड़पें

नयी दिल्ली,  उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजपुर, कर्दमपुरी, चांदबाग और दयालपुर इलाके में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शनकारियों और समर्थकों के बीच सोमवार को हिंसक झड़पें और आगजनी की घटनाएं हुई ।
दिल्ली पुलिस की ओर से एक बयान जारी कर लोगों से शांति और सद्भावना बनाने की अपील की गयी है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि राजधानी और खासकर उत्तर पूर्वी जिले में लोगों को अफवाहों से बचने की सलाह दी गई है।
उन्होंने कहा कि मीडिया से भी अपील की है कि ऐसी तस्वीरें या वीडियो जारी नहीं करें जिससे हालात और तनावपूर्ण हो। पुलिस इलाके में हालात सामान्य करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और जिले के प्रभावित इलाके में धारा 144 लगा दी गयी है।
बयान में कहा गया है कि असामाजिक तत्वों और हिंसा फैलाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिले में कई स्थानों पर सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ लंबे समय से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। प्रदर्शनकारियों ने शनिवार रात को जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे वाली सड़क को जाम कर प्रदर्शन शुरु कर दिया था। भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर के भारत बंद के आह्वान के समर्थन में प्रदर्शनकारियों ने चांदबाग (मुस्तफाबाद) से राजघाट तक मार्च निकालने की कोशिश की जिसे पुलिस ने रोक दिया। उसके बाद प्रदर्शनकारी बीच सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे।
इसी बीच पूर्व विधायक और भाजपा केे नेता कपिल मिश्रा ने अपने समर्थकों के साथ सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों को सड़क से हटाने के लिए विरोध शुरू किया। इस दौरान वहां दोनों समूहों के बीच झड़पें हुई। इलाके में कल की घटना के बाद हालात तनावपूर्ण बना हुआ था और आज फिर से सीएए विरोधी और समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें और आगजनी की गयी। कईं घरों में आग लगा दी गयी। इन हिंसक झड़पों में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी समेत कई लोग घायल हुए हैं।