उत्तर प्रदेश-अभिभाषण योगी दो अंतिम लखनऊ

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएए का विरोध करने वालों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है। ऐसी जगह जहां देश से आजादी जैसे नारे लग रहे हैं वहां नेता अपने बचचों को भेजते हैं । अभी तक तो यह सुना जाता था कि एक अपराधी भी अपने बच्चों को अपराधी नहीं बनाना चाहता है पर बड़े-बड़े लोग अपने बच्चों को सीएए का विरोध करने वालों के समर्थन में नारेबाजी करने के लिए भेज रहे हैं।
गौरतलब है कि लखनऊ के घंटाघर में सीएए के विरोध में पिछले एक महीने से ज्यादा समय से दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर चल रहे प्रदर्शन में सपा अघ्यक्ष अखिलेश यादव की पुत्री भी शामिल हुई थी । उन्होंने कहा कि राज्य में सीएए के विरोध में हुई हिंसा में देश विरोधियों के षडयंत्र का पर्दाफाश हुआ है। हिंसा फैलाने वाले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के लोग हैं। पीएफआई सिमी (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) का नया वर्जन है। उन्होंने कहा कि 19 व 20 दिसंबर को लखनऊ में हुई हिंसा में पुलिस की गोली से एक भी उपद्रवी की मौत नहीं हुई। उपद्रवियों ने ही उपद्रवियों को गोली मारी । मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष सार्थक बहस से भाग रहा है। सरकार सभी के विकास के लिए काम कर रही है जबकि पहले सपा-बसपा की सरकारें कुछ लोगों के लिए और कुछ जिलों के लिए ही काम करती थीं। पहले सिर्फ पांच जिलों में ही बिजली आती थी लेकिन अब पूरे राज्य को बिजली मिल रही हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों के लिए घर बना रही है । शौचालय बना रही है । उनके जीवन स्तर में सुधार आए इस दिशा में काम कर रहे हैं और विपक्ष हर बार इसमें रोड़ा अटका रहा है।