हमें उम्मीद है कि CAA और NRC पर भारत हमारी चिंताओं को समझेगा: बांग्लादेश के विदेश मंत्री


ढाका। बांग्लादेशी विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने सोमवार को कहा कि हमें आशा है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर भारत में घटी हालिया घटनाओं पर वहां का नेतृत्व बांग्लादेश की चिंताओं को समझेगा। भारत की संसद द्वारा सीएए पारित करने के बाद उपजे हालात के बाद मोमेन और गृहमंत्री असदुज्जमान खान ने दिसंबर में अपनी भारत यात्रा रद्द कर दी थी।  असम में एनआरसी की प्रक्रिया शुरू किए जाने के बाद बांग्लादेशी नेतृत्व नाराज बताया जा रहा था, हालांकि भारत ने कई बार इस विषय को अपना आतंरिक मामला बताया था। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के साथ हुई मुलाकात में मोमेन ने कहा कि ढाका को उम्मीद है कि सीएए और एनआरसी को लेकर भारत में घटी हालिया घटनाओं पर नयी दिल्ली का नेतृत्व बांग्लादेश की चिंताओं को समझेगा। मोमेन ने इस पर भी चिंता जाहिर की कि हालिया घटनाएं भारत को कमजोर कर सकती हैं।  श्रृंगला ने कहा कि सीएए पर भारत में उथल पुथल की ताजा घटनाएं अस्थायी हैं और उन्हें जल्दी ही सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने भारत का आश्वासन दोहराया कि एनआरसी और सीएए का बांग्लादेश पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, “यह (एनआरसी) पूरी तरह से भारत की आंतरिक प्रक्रिया है। हम आपको इस विषय पर आश्वस्त करते हैं।” बांग्लादेश इस बात को लेकर चिंतित है कि संशोधित नागरिकता कानून के तहत भारत बहुत सारे बांग्लादेशी नागरिकों को वापस बांग्लादेश भेज सकता है। इस बीच बांग्लादेश स्थित भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया कि श्रृंगला ने मोमेन से कहा कि उन्हें ‘मुजीब वर्ष’ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी बांग्लादेश यात्रा का इंतजार है। प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर ढाका जा सकते हैं। बांग्लादेश सरकार इस वर्ष मार्च के मध्य से लेकर मार्च 2021 तक ‘मुजीब वर्ष’ मनाएगी। मोदी 17 मार्च को ढाका का दौरा कर सकते हैं।  इससे पहले दिन की शुरुआत में श्रृंगला ने अपने बांग्लादेशी समकक्ष से मुलाकात की और इस दौरान दोनों अधिकारियों ने बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी बांग्लादेश यात्रा की योजना पर चर्चा की।