खुदरा महंगाई दर फरवरी में घटकर सात फीसदी से नीचे

नयी दिल्ली उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महगाई की दर फरवरी में घटकर 6.58 प्रतिशत पर आ गयी।
पिछले साल जून के बाद आठ महीने में यह पहली बार है जब खुदरा महंगाई की दर में गिरावट दर्ज की गयी है। इस साल जनवरी में खुदरा महंगाई 68 महीने के उच्चतम स्तर 7.59 प्रतिशत पर जबकि पिछले साल फरवरी में 2.57 प्रतिशत पर रही थी। यह अब भी भारतीय रिजर्व बैंक के लक्षित दायरे से ऊपर है। केंद्रीय बैंक के पास खुदरा महंगाई को दो प्रतिशत से छह प्रतिशत के बीच रखने की जिम्मेदारी है।
खाने-पीने की चीजों - खासकर सब्जियों और दालों की कीमतों में तेज बढ़ोतरी के कारण - खाद्य पदार्थों की खुदरा महंगाई दर लगातार चौथे महीने दहाई अंक में बनी रही। यह इस साल जनवरी के 13.63 प्रतिशत की तुलना में फरवरी में 10.81 प्रतिशत दर्ज की गयी।


केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, फरवरी 2019 की तुलना में इस साल फरवरी में सब्जियों के दाम में 31.61 प्रतिशत की वृद्धि हुई। दालों और उनके उत्पादों के दाम भी 16.81 फीसदी बढ़े। मांस-मछलियों की महँगाई दर 10.20 प्रतिशत, मसालों की 8.80 प्रतिशत, तेल एवं वसायुक्त उत्पादों की 7.62 प्रतिशत, अंडों की 7.28 प्रतिशत, दूध एवं डेयरी उत्पादों की 6.05 प्रतिशत और अनाजों एवं उनके उत्पादों की महंगाई दर 5.23 प्रतिशत रही।
आलोच्य महीने में एक वर्ष पूर्व की तुलना में ईंधन एवं बिजली 6.36 फीसदी, निजी सौंदर्य उत्पाद 6.94 फीसदी, परिवहन एवं संचार सुविधायें 5.17 फीसदी, मनोरंजन के साधन 4.45 फीसदी और आवास 4.24 फीसदी महँगे हुये हैं।
शहरों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में एक बार फिर महँगाई दर ज्यादा रही। शहरी इलाकों में खुदरा महंगाई दर फरवरी में 6.57 प्रतिशत रही जबकि ग्रामीण इलाकों में यह 6.67 प्रतिशत दर्ज की गयी।