अगर कार्ड धारक इंटरनेशनल ट्रांजैक्शंस करना चाहते हैं तो उसके लिए भी कार्ड धारकों को इन सेवाओं को चालू कराना होगा। जिसके मुताबिक अगर आपको भारत के बाहर ट्रांजैक्शन करनी होगी तो इसके लिए भी कार्डधारकों को अलग से सुविधा लेनी होगी। ऑनलाइन ट्रांजैक्शंस के लिए कार्ड धारकों को तीन ऑप्शन दिए जाएंगे। पहला नॉट प्रेजेंट यानि की डोमेस्टिक और इंटरनेशनल ट्रांजैक्शंस, दूसरा ऑप्शन कार्ड प्रेजेंट जिसमें सिर्फ आपको इंटरनेशनल ट्रांजैक्शंस का ऑप्शन मिलेगा वहीं तीसरा कॉन्टैक्टलेस ट्रांजैक्शन। इन सुविधाओं के मुताबिक अब ग्राहक अपनी इच्छा से अपने कार्ड को जब चाहे डोमेस्टिक और इंटरनेशनल या ऑनलाइन ट्रांजैक्शंस के ऑप्शंस को बंद करा सकता है।
नए नियम के अनुसार अब कार्ड को बंद और चालू कराने की सुविधा चौबीस घंटे सात दिन रहेगी। साथ ही ग्राहक के पास अब अपने कार्ड से लेन-देन की सीमा को बढ़ाने और घटाने का अधिकार भी रहेगा। यह भी जान लें कि नए कार्ड बनाते वक्त ग्राहक की सुविधा के अनुसार ही सेवाएं शुरू होंगी। यानि कि ग्राहक अपने कार्ड को जब चाहे ऑन-ऑफ कर सकते है। आप ये सुविधाएं मोबाइल ऐप या इंटरनेट बैंकिंग या एटीएम से चेंज कर सकते हैं।