नयी दिल्ली। केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को निर्भया मामले के दोषियों को फांसी दिये जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह आत्मावलोकन का समय है कि क्या फांसी के दोषियों द्वारा मामले को खींचने के लिए इस तरह प्रणाली को तोड़ने-मरोड़ने की अनुमति दी जा सकती है। प्रसाद ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज एक संतुष्टि भरा दिन है कि वह बेटी जिसे इतने दर्द से गुजरना पड़ा उसे आज न्याय मिल गया।’’ विधि एवं न्याय मंत्री ने कहा किन्यायपालिका, सरकार, नागरिक समाज के लिए यह आत्मावलोकन का समय है कि क्या फांसी के दोषियों द्वारा मामले को खींचने के लिए इस तरह सिस्टम को तोड़ने-मरोड़ने दिया जा सकता है। गौरतलब है कि दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को एक पैरामेडिकल छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार एवं हत्या के मामले के चारों दोषियों को शुक्रवार की सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी गई। इस जघन्य मामले के चारों दोषियों... मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को सुबह साढ़े पांच बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी गई।
निर्भया मामला: रविशंकर प्रसाद बोले- दोषियों द्वारा केस को लम्बा खींचने के हथकंडों पर आत्मावलोकन का समय