मुख्यमंत्री ने दिव्यांग बालक-बालिकाआें को सहायक उपकरण भी वितरित किए तथा स्कूली रैली, नगरीय मलेरिया एवं नगर विकास विभाग की फाॅगिंग मशीन, स्क्रिविंग मशीन एवं एण्टी लार्वा स्प्रे मशीन तथा स्वच्छ भारत मिशन की एलईडी वैन को झण्डी दिखाकर रवाना किया।
उन्होने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण एवं नगरीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर पिछली दो फरवरी से हर रविवार को अन्तर्विभागीय समन्वय एवं सहयोग से मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों का आयोजन किया जा रहा है। आरोग्य मेले के माध्यम से प्रदेशवासियों को स्वास्थ्य परीक्षण, पैथोलाॅजिकल जांच, स्वास्थ्य परामर्श, शिशु स्वास्थ्य व टीकाकरण सम्बन्धी जागरूकता एवं परामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है। इस दौरान संचालित योजनाओं के प्रचार-प्रसार के साथ ही, ‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत निःशुल्क गोल्डन कार्ड बनाने की सुविधाएं भी प्रदान की गयी हैं। अब तक आयोजित चार मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों में 17 लाख से अधिक रोगी लाभान्वित हुए है।
श्री योगी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में दिमागी बुखार सबसे अधिक नवजात शिशुओं से लेकर 15 वर्ष के बच्चों को प्रभावित करता है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी 38 जिलों में बेहतर सर्विलांस के जरिए प्रत्येक गांव, नगर निकाय, राजस्व ग्राम में वैक्सीन की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने स्वयं एक सांसद के रूप में इन्सेफेलाइटिस के खिलाफ सड़क से संसद तक आवाज उठायी।
उन्होने कहा कि आठ मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वृहद आरोग्य मेले का आयोजन किया जाएगा जिसका शुभारम्भ मेले में आयी वरिष्ठतम बुजुर्ग महिला अथवा सबसे छोटी बच्ची के हाथों से किया जायेगा।
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