‘भारत बंद’ के पक्ष विपक्ष में उतरे दिग्गज राजनेता


नयी दिल्ली, 08 जनवरी  सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने वाम समर्थक श्रमिक संघों के आज ‘भारत बंद’ काे ‘एक-दो साल में एक बार होने वाली प्रक्रिया’ बताया है जबकि कांग्रेस ने इसका समर्थन किया है और तृणमूल कांग्रेस ने हड़ताल की निंदा करते हुए इसे ‘सस्ती लोकप्रियता’ बटोरने का प्रयास करार दिया है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने ‘भारत बंद’ से संबद्ध एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा कि यह सार्वजनिक उपक्रमों में विनिवेश के खिलाफ मजदूर संगठनों की एक नियमित प्रक्रिया है जो एक - दो साल में एक बार होती है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत बंद का समर्थन करते हुए कहा कि मोदी सरकार की नीतियों को आम जनता के हितों के खिलाफ है और देश के 25 करोड़ से अधिक श्रमिक हड़ताल पर हैं। उन्होेंने एक ट्वीट में कहा,“ मोदी सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को कमजोर कर उन्हें पूंजीपति मित्रों को बेच रही है। देश के 25 करोड़ से ज्यादा श्रमिक आज ‘भारत बंद’ कर सरकार की नीतियों पर विरोध जता रहे हैं। मैं उनको सलाम करता हूं।”

तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वाम समर्थकों की हड़तालों को जनता ने पहले ही खारिज कर दिया है। बंद और हड़ताल के जरिए वाम समर्थक सस्ती लोकप्रियता बटोरना चाहते हैं और बसों पर बम फेंकते हैं। इस तरह से लोकप्रियता हासिल करने से ‘राजनीतिक मौत’ बेहतर है।

सुश्री बनर्जी ने कहा, “ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की कोई विचारधारा नहीं है। रेललाइनों पर बम लगाना ‘गुंडागर्दी’ है। आंदोलन के नाम पर यात्रियों को पीटा जा रहा है और पथराव किया जा रहा है। यह आंदोलन नहीं ‘दादागिरी’ है। मैं इसकी निंदा करती हूं।”