हियुवा के पूर्व अध्यक्ष सुनील सिंह सपा में शामिल


लखनऊ 18 जनवरी (वार्ता)। उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम में हिन्दू युवा वाहिनी के पूर्व अध्यक्ष सुनील सिंह और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कई नेता शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गये।
कभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को श्रीराम और खुद को उनका सेवक हनुमान कहने वाले श्री सिंह ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा की सदस्यता हासिल की। इस मौके उन्होने अपनी पार्टी हिन्दू युवा वाहिनी (भारत) का विलय सपा में करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दाहिने हाथ कहे जाने वाले सुनील सिंह ने करीब एक सप्ताह पहले श्री अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और उसके बाद उन्होने सैकड़ों समर्थकों के साथ सपा में शामिल होने का फैसला किया। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्हे हिन्दू युवा वाहिनी से बाहर कर दिया गया था।
सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत जेल भेजा गया जब उन्होने खुद को हिन्दु युवा वाहिनी का अध्यक्ष घोषित कर दिया। बाद में उन्होने अपनी पार्टी बनायी जिसका नाम हिन्दू युवा वाहिनी (भारत) रखा गया। पिछले साल जेल से रिहा होने के बाद उन्होने लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमायी लेकिन उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया।
सपा के मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर अपनी भड़ास निकालते हुये सिंह ने मौजूदा भाजपा सरकार को हत्यारी सरकार बताया। उन्होने कहा “ भाजपा युवाओं और किसानो को ठगने का काम कर रही है। यह वह समय है जब भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया जाये। प्रदेश की जनता विशेषकर युवा वर्ग को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है और इसीलिये आज मै अपने समर्थकों के साथ सपा में शामिल हुआ हूं। ”
हिन्दू युवा वाहिनी के पूर्व अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि 2022 में सपा की सरकार का सत्ता में आना तय है। जनता का भाजपा सरकार के झूठे वादों से मोह भंग हो चुका है और वह भाजपा की विदाई का इंतजार कर रही है। आज बेरोजगारी चरम पर है जबकि व्यापारी वर्ग त्राहि त्राहि कर रहा है। इससे साफ है कि भाजपा का अगले विधानसभा चुनाव में सूपडा साफ हो जायेगा। ”
सपा की सदस्यता हासिल करने वालों में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेता और मोहनलालगंज सीट के पूर्व प्रत्याशी सीएल वर्मा भी शामिल थे। सपा की सदस्यता हासिल करने वाले नेताओं ने सपा को दोबारा सत्ता में लाने का संकल्प जताया।