मोदी सरकार ने दिल्ली में एक लाख करोड़ रुपए के विकास कार्य कराए:हर्षवर्धन

नयी दिल्ली, 30 जनवरी (वार्ता)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष हर्षवर्धन ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान देश के राजधानी में एक लाख करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्य किए गए।
डॉ हर्षवर्धन ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल साढ़े चार साल तक श्री मोदी पर काम नहीं करने का बराबर आरोप लगाते रहे जबकि प्रधानमंत्री ने पांच वर्षों के दौरान एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि दिल्ली के विकास कार्यों के लिए आवंटित की।
श्री केजरीवाल के स्वयं को ‘दिल्ली का बेटा’ बताने पर कटाक्ष करते हुए डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि वह दिल्ली का बेटा कहां से हो गये। हरियाणा में उनका जन्म हुआ और अन्ना हजारे के आंदोलन के लिए वह गाजियाबाद से दिल्ली आते थे तो फिर दिल्ली का बेटा कहां से हो गए।
पश्चिम दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के श्री केजरीवाल को आतंकवादी बताए जाने पर मुख्यमंत्री ने स्वयं को दिल्ली का बेटा बताते हुए कहा था कि दिल्ली की जनता को यह फैसला करना है कि वह आतंकवादी हैं या दिल्ली के बेटे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा का चुनाव सच और झूठ की लड़ाई है। श्री केजरीवाल ने शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर बड़े-बड़े दावे किए हैं जो पूरी तरह से झूठ हैं। उन्होंने कहा कि श्री केजरीवाल के पांच वर्ष के कार्यकाल में दिल्ली में एक भी नया स्कूल नहीं खोला गया। मुख्यमंत्री के इस झूठ की पोल जब भाजपा ने खोली तो उन्होंने कहा कि स्कूलों में बनाये गए कमरों को गिनाना शुरू कर दिया। डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कमरे बनाने में भी बड़ा घोटाला हुआ है। दिल्ली नगर निगम जिस कमरे को चार से पांच लाख रुपए में बनवाती थी उसे दिल्ली सरकार से नौ से 10 लाख रुपए में निर्मित कराया।
दिल्ली की स्वास्थ्य सेवा का उल्लेख करते हुए डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक की दुर्दशा वह समय -समय पर खोलते रहे हैं। अस्पतालों में 30 हजार बिस्तर बढ़ाने के दावे किए गए थे जबकि इसके विपरीत बिस्तरों की संख्या घट गई।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता को आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की हकीकत का पता चल चुका है। वर्ष 2015 में श्री केजरीवाल ने झूठ बोलकर जनता को गुमराह कर लिया था लेकिन इस बार उनका झूठ चलने वाला नहीं है और दिल्ली की जनता अबकी बार बदलाव का मन बना चुकी है और ‘सत्यमेव’ की जीत होगी।