नयी दिल्ली, 27 जनवरी (वार्ता)। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में शाहीनबाग में प्रदर्शन करने वालों का समर्थन करने के लिए सोमवार को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दिल्ली की जनता को विधानसभा चुनाव में यह फैसला करना होगा कि वह वोट बैंक की राजनीति करने वाले ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के साथ हैं अथवा सभी को इज्जत और सम्मान के साथ रहने का अवसर देने वालों को चाहती है।
श्री प्रसाद ने आज भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की दिल्ली कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा शाहीनबाग अब दिल्ली का एक मोहल्ला नहीं रह गया है, यह एक विचार है जहां तिरंगे झंडे का इस्तेमाल ऐसे लोगों को कवच देने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है जो देश का विभाजन करना चाहते हैं। शाहीनबाग में सीएए के विरोध में बैठे लोगों को वोट बैंक की राजनीति के लिए ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग का समर्थन करने वालों के प्रति कांग्रेस नेता राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुप्पी साधे हुए हैं किन्तु उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया प्रदर्शनकारियों का खुलकर समर्थन कर रहे हैं। संवाददाता सम्मेलन में भाजपा की दिल्ली इकाई के पूर्व अध्यक्ष और सांसद विजय गोयल, सांसद मीनाक्षी लेखी और भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के अलावा अन्य नेता मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि शाहीनबाग में सीएए का विरोध नहीं हो रहा है वहां केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध किया जा रहा है। प्रदर्शन करने वाला एक भी व्यक्ति सीएए में कोई खामी नहीं बता पाया है। शाहीनबाग में श्री मोदी के खिलाफ बच्चों से जहर उगलवाया जा रहा है । उन्होंने कहा कि सीएए नागरिकता देने वाला कानून है किसी की नागरिकता छीनने वाला नहीं है। देश में जो इज्जत से रह रहा है वह रहेगा। इस कानून को पूरी लोकतांत्रिक प्रक्रिया पूरी कर संसद से पारित किया गया है। इसके बाद कानून को उच्चतम न्यायालय में भी चुनौती दी गई और शीर्ष न्यायालय ने चार सप्ताह में इस पर जबाव मांग है ।
कानून मंत्री ने कहा कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव में शाहीनबाग में जो कुछ राष्ट्रविरोधी कार्य हो रहे हैं उन्हें पूरी बुलंदी के साथ उठाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मतदाताओं को यह फैसला करना चाहिए कि कुछ लोग जो वोट बैंक की राजनीति के लिए राजधानी को ठप कर रहे हैं अथवा ऐसी सरकार चाहिए कि जहां सभी को इज्जत और सम्मान से रहने का मौका मिले।