विशेष ट्रैकिंग रूट की पहचान कर पर्यटन वैश्विक पटल पर लाया जायेगाः सतपाल महाराज

देहरादून, 23 जनवरी (वार्ता)। उत्तराखंड के पर्यटन, तीर्थाटन, धार्मिक मेले एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने वन मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत के साथ गुरुवार को यहां विधानसभा सभा कक्ष में बैठक की।
श्री सतपाल ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जटिल प्रक्रिया को आसान किया जायेगा तथा पर्यटकों की सुरक्षा को विशेष महत्व दिया जायेगा। विशेष ट्रैकिंग रूट को पहचान कर पर्यटन को वैश्विक पटल पर लाया जायेगा। गंगोत्री-गोमुख मार्ग पर जाने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किया जायेगा। पर्यटकों को सिंगल विण्डो सिस्टम के आधार पर अनुमति प्रदान किये जाने के लिए कार्य योजना बनायी जायेगी।
डाॅ. रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड हरित प्रदेश के रूप में जाना जाता है। ईको टूरिज्म पर विशेष ध्यान रखते हुए पर्यटन और वन एवं पर्यावरण के संरक्षण के बीच संतुलन स्थापित किया जायेगा। साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ट्रैकिंग मार्ग के मरम्मत करने की अनुमति प्रदान की जायेगी एवं पर्यटकों से लिए जाने वाली फीस को कम करने के लिए प्रस्ताव लाया जायेगा।
पर्यटन विभाग और वन विभाग पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आपसी समन्वय स्थापित कर सुविधाऐं प्रदान करेंगे। इस सन्दर्भ में मोदी ट्रेल ट्रैकिंग रूट, केदारनाथ ट्रेल ट्रैकिंग रूट, विवेकानन्द ट्रेल ट्रैकिंग रूट, केदारनाथ ध्यान गुफा ट्रेल ट्रैकिंग रूट को विकसित करने के सम्बन्ध में सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान की गयी।
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सुविधाऐं प्रदान करने हेतु ‘सिंगल विण्डो सिस्टम’ के आधार पर अनुमति प्रदान करने के लिए कार्य योजना बनायी जायेगी। इस उद्देश्य से पर्यटक ट्रैक रूट अध्ययन किया जायेगा। अभी तक वन विभाग अधिकारी, जिलाधिकारी, एल.आई.यू. एवं वन पंचायत विभाग जैसे विभिन्न स्तरों पर अनुमति प्राप्त की जाती है।
इस अवसर पर अपर सचिव पर्यटन सोनिका, महाप्रबन्धक जी.एम.बी.एन. ईवा आशीष श्रीवास्तव, निदेशक वित्त यूटीडीबीजे. जे.पी.एस. तोमर, निदेशक अवस्थापना यूटीडीबी आर.के. तिवाड़ी, डी.एफ.ओ. केदारनाथ अमित कंवर, पर्यटन विभाग के कमल किशोर जोशी, प्रदीप सिंह नेगी एवं जसपाल चौहान आदि अधिकारी मौजूद थे।