धार। मध्यप्रदेश के धार जिले में बुधवार को छह किसानों को भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने लाठी और पत्थरों से जमकर पीटा जिसके चलते एक की मौत हो गई और पाँच गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना तिरला थाना क्षेत्र के खड़किया गाँव की है। जहाँ मॉब लिंचिंग की यह घटना घटित हुई। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घटना को शर्मसार करने वाली बताया है साथ ही उन्होनें ट्वीट कर कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि प्रदेश के उज्जैन जिले के लिंबा पिपलिया गांव के पाँच किसान खेत मालिकों ने खिड़किया गाँव के रहने वाले अवतार सिंह, राजेश, जामसिंह, सुनील व महेश नाम के लोगों को मजदूरी के लिए रखा था। जिन्हें एडवांड में 50-50 हजार रूपए दिए थे। लेकिन कुछ दिन मजदूरी करने के बाद यह लोग भाग गए। अग्रिम राशी देकर बैठे यह किसान मजदूरी पूरी न होने के चलते बाकी रकम लेने दो कारों में सवार होकर खिड़किया गाँव बुधवार पहुँचे। जहाँ ग्रामीणों ने पत्थरों से उन पर हमला कर दिया। हालंकि इससे पहले इन किसानों ने थाने में पुलिस को भी खबर दी थी कि वह अग्रिम दी गई मजदूरी का बकाया लेने खिड़किया जा रहे है। खिड़किया गांव में किसानों पर हुए पत्थरों के हमले के बाद यह अपने प्राण बचाकर जैसे-तैसे भागे तो ग्रामीणों ने मनावर के बोरलाय गाँव वालों को मोबाईल से अफवाह फैला दी कि वह बच्चे चोरी कर भागे है। बुधवार को बोरलाय में बाजार होने के चलते काफी भीड़ थी जिन्होनें किसानों की गाड़ीयां देखते ही उन पर पत्थरों और लाठी से हमला कर दिया। इन किसानों को 500 से जायदा की भीड़ ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। जिसके चलते इन किसानों को गंभीर चोट आई वही कार चालक किसान गणेश पिता मनोज पटेल (38) बड़वानी रेफर किया गया जहाँ उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। तो वही जगदीश राधेश्याम शर्मा (45), नरेन्द्र सुन्दरलाल शर्मा (42), विनोद तुलसीराम मुकाती (43), रवि शंकरदयाल पटेल (38) और जगदीश पूनमचंद शर्मा को इंदौर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।