रक्षा क्षेत्र में सहयोग और साझेदारी के नये कीर्तिमान बनायेंगे भारत-अमेरिका: राजनाथ

लखनऊ 06 फरवरी (वार्ता) । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विश्वास व्यक्त किया है कि अमेरिका के साथ भारत के रक्षा संबंध विक्रेता और खरीदार के पारंपरिक संबंधों से आगे बढ़कर भविष्य में साझीदार तथा सहयोगी के रूप में नये आयाम हासिल करेंगे।



श्री सिंह ने गुरुवार को यहां रक्षा प्रदर्शनी के दौरान अमेरिका-भारत व्यापार परिषद ‘यूएसआईबीसी’ द्वारा आयोजित सेमिनार में कहा कि अमेरिका दुनिया भर में रक्षा उत्पादों का बड़ा निर्यातक है और भारत भी उससे रक्षा उत्पाद खरीद रहा है। साथ ही यह भी गौर करने की बात है कि भारत भी रक्षा विनिर्माण के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।



रक्षा मंत्री ने कहा कि उनकी हाल की अमेरिका यात्रा के दौरान ‘टू प्लस टू डायलाॅग’ के तहत कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये। रक्षा क्षेत्र में भारत और अमेरिका के संबंध अब खरीदार-विक्रेता के पारंपरिक संबंधों से हटकर साझीदार तथा सहयोगी के रूप में विकसित होंगे और यह सदी में रक्षा क्षेत्र की सबसे बड़ी साझेदारी होगी।



श्री सिंह ने कहा कि मौजूदा सरकार के शासन में भारत का व्यापार, बाजार तथा संपर्क असाधारण गति से बढ़ा है और ‘मेक इन इंडिया’ जैसी योजना देश को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।



उन्होंने कहा कि यूएसआईबीसी अपनी स्थापना के समय से ही भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों को प्रगाढ़ करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह दोनों देशों की जनता से संबंधित व्यापार के हर क्षेत्र से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि इस सेमिनार से दोनों देशों के संबंधों को नयी ताकत मिलेगी। श्री सिंह ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में भारत में संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं और सभी को इसका फायदा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि यूएसआईबीसी को किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है तो सरकार इसके समाधान के लिए तैयार है।