आठ कृषि जलवायु क्षेत्रों में होगा कृषि विज्ञान मेला: तोमर


नयी दिल्ली देश में कृषि तकनीक के विस्तार कर वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए आठ कृषि जलवायु क्षेत्रों में व्यापक पैमाने पर कृषि विज्ञान मेला आयोजित किया जायेगा।
कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की ओर से रविवार को पूसा में आयोजित कृषि विज्ञान मेला का उद्घाटन करते हुए कहा कि ये मेला तीन दिनों के लिए आयोजित किये जायेंगे जिसमें बीज से लेकर किसानों को तमाम सुविधायें और तकनीकें उपलब्ध करायी जायेगी । इस दौरान विशेषज्ञ कृषि की चुनौतियों पर चर्चा भी करेंगे और किसानों की समस्याओं का निदान भी करेंगे ।
श्री तोमर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्र और मौसम में हो रहे बदलाव दो बड़ी चुनौती है। इस पर समय रहते विजय प्राप्त नहीं किया गया तो लोगों को परेशानी का सामना करना पर सकता है। वर्ष 2050 तक विशेषज्ञों ने खाद्यान्नों के उत्पादन में कमी होने की आशंका व्यक्त की है लेकिन इसकी मांग बनी रहेगी। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर फसलों के बीज विकसित कर रहा है।
कृषि मंत्री ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सेवानिवृत कर्मचारी क्या कर रहे हैं इसका पता लगाया जायेगा और उनका एक बड़ा सम्मेलन आयोजित किया जायेगा। सेवानिवृत कर्मचारियों के पास खेती की तकनीक का व्यापक अनुभव है और उन्हें खेती के लिए तैयार किया जाये तो इससे किसानों को व्यापक लाभ मिल सकता है ।