कोरोना वायरस: स्वास्थ्य मंत्री बोले- सामुदायिक निगरानी में 54 हजार लोगों को रखा जा रहा है


नयी दिल्ली। सरकार ने कोरोना वायरस से निबटने के लिए देश भर में डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल कर्मियों के प्रयासों की सराहना करते हुए मंगलवार को कहा कि भारत में करीब 54 हजार लोगों को सामुदायिक निगरानी में रखा जा रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्द्धन ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘‘वायरस से प्रभावित लोगों के उपचार के लिए उनसे एक मीटर की दूरी से संपर्क करने की आवश्यकता के बीच, ऐसे रोगियों के इलाज का जोखिम उठाने के लिए मैं डॉक्टरों एवं पैरा मेडिकल कर्मियों की सराहना करता हूं जो ईमानदारी एवं प्रतिबद्धता से काम कर रहे हैं।’’चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल कर्मियों की स्वास्थ्य मंत्रियों द्वारा की गयी सराहना का सदस्यों ने मेजें थपथपा कर समर्थन किया। बाद में कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने भी पूरक प्रश्न पूछते हुए इनके प्रयासों की सराहना की। हर्षवर्द्धन ने सांसदों से अनुरोध किया कि वे कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों के लिए अलग से बनायी गयी सुविधाओं का अपने क्षेत्रों में मुआयना कर सरकार को अपने सुझाव दें ताकि इन सुविधाओं को बेहतर बनाने में मदद मिल सके। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश भर में कुल 54 हजार लोगों को सामुदायिक निगरानी में रखा जा रहा है तथा लोगों को पृथक सुविधा में रखे जाने के दौरान स्वास्थ्य कर्मी उनसे संपर्क बनाये रखते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के रोगियों के उपचार में रेट्रोवायरल औषधियों के उपयोग के बारे में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिक दुनिया भर के वैज्ञानिकों से संपर्क बनाए हुए हैं। पृथक केन्द्रों में समुचित सुविधा नहीं होने की खबरों से जुड़े एक पूरक प्रश्न पर उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी खबरें अपवाद हैं।’’